Surbhi Raj Murder: सुरभि की किससे थी दुश्मनी, 7 गोलियां क्यों मारीं? कातिलों पर कैसे कसेगा शिकंजा, उलझन में पुलिस
पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार स्थित एशिया अस्पताल की संचालिका सुरभि राज की उनके ही कार्यालय कक्ष में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना शनिवार दोपहर की है। सुरभि राज के शरीर से सात गोलियां निकली हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। हत्यारों द्वारा साइलेंसर पिस्टल का उपयोग किए जाने की आशंका जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, पटना सिटी। अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार स्थित धनुकी मोड़ के समीप शनिवार की दोपहर एशिया अस्पताल की संचालिका सुरभि राज (30) के कार्यालय कक्ष में घुस कर गोलियों से भून डाला।
मौके पर ही उनकी मौत हो गई। काफी देर बाद जब एक महिला स्वास्थ्यकर्मी संचालिका के चैंबर में गई तो सुरभि को फर्श पर खून से लथपथ देखा। इसके बाद उन्हें अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां से सहकर्मी सुरभि को एम्स, पटना लेकर गए।
वहां डाक्टरों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की। एम्स में ही सुरभि का पोस्टमार्टम कराया गया। उनके शरीर से सात गोलियां निकलने की जानकारी मिली है।
हैरत की बात है कि वारदात के समय दर्जन भर से अधिक मरीज, उनके तीमारदार और कर्मचारी अस्पताल में मौजूद थे, लेकिन किसी ने हत्यारों को अंदर आते नहीं देखा और हत्या की भनक भी नहीं लगी। ऐसे में हत्यारों द्वारा साइलेंसर पिस्टल का उपयोग किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
दोपहर करीब ढाई बजे हुई वारदात
अब तक की जांच में मालूम हुआ है कि अस्पताल में सवा दो बजे एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग आए थे। वे तीन बजे निकल गए। संचालिका का चैंबर काफी छोटा है। घटना के वक्त उनके पति राकेश रौशन अस्पताल में नहीं थे।
वह पति का इंतजार कर रही थीं। लगभग तीन बजे महिला स्वास्थ्यकर्मी चैंबर में गई तो उसने अचेत अवस्था में सुरभि को देखा। उसके शोर मचाने पर बाकी कर्मचारी आए और आईसीयू में लेकर गए।
हालांकि, नब्ज नहीं मिल रही थी। इस बीच उनके पति को सूचना दी गई। एंबुलेंस से सुरभि के साथ राकेश भी एम्स पहुंचे थे।
अभी तक नहीं मिला कोई सुराग
घटना की सूचना मिलते ही अगमकुआं थानेदार नीरज कुमार पांडेय दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। एफएसएल और डॉग स्क्वायड ने भी घटनास्थल का मुआयना किया, लेकिन कोई सुराग अब तक नहीं मिल पाया।
थानेदार कर्मियों और स्वजन से जानकारी हासिल कर रहे हैं। सुरभि के काल रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो संचालिका के चैंबर में सीसी कैमरे नहीं लगे थे।
पुलिस ने अस्पताल में लगे कैमरों के फुटेज देखे, मगर कोई संदिग्ध नहीं मिला। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हत्यारा अस्पताल के कोने-कोने से वाकिफ है। उसने चैंबर में घुसते ही फायरिंग की और वारदात को अंजाम देकर उस रास्ते से फरार हुआ, जहां कैमरे नहीं लगे थे।
चैंबर में नहीं लगे थे सीसी कैमरे
सुरभि हत्याकांड में संदेह की सुई करीबी के आसपास ही घूम रही है। पुलिस को वारदात की जानकारी लगभग दो घंटे बाद मिली। वहीं, अस्पताल के सफाईकर्मी ने चैंबर में पसरा खून भी साफ कर दिया था। कुछ महीने पहले अस्पताल का विस्तार हुआ था।
नए स्थान पर ही सुरभि का चैंबर है। वहां निर्माण कार्य चल रहा था। इस कारण सीसी कैमरे नहीं लगे थे। चैंबर में जाने से पहले सुरभि ने निर्माण कार्य का जायजा लिया था और आवश्यक निर्देश दिए थे। सुरभि और राकेश दोनों इस अस्पताल के निदेशक बताए जाते हैं। उनके दो पुत्र सुग्गू और डुग्गू हैं।
रंगदारी और भूमि विवाद पर भी पड़ताल
फिलहाल, पुलिस तीन बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है, जिसमें आपसी रंजिश, रंगदारी और भूमि विवाद शामिल है। सूत्रों की मानें तो हाल में राकेश और सुरभि ने अस्पताल का विस्तार किया था। अस्पताल के पीछे भी भूखंड लिया था।
ऐसे में भूमि विवाद और रंगदारी की बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। वहीं, आपसी रंजिश के बारे में पता लगाने के लिए अस्पताल के कर्मियों और परिवारजनों से गहन पूछताछ जारी है। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है।
निजी अस्पताल की निदेशक की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। तकनीकी जांच और मानवीय सूचनाओं से आरोपित की पहचान करने का प्रयास जारी है। - अतुलेश झा, एएसपी, पटना सिटी
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