बिहार में यूनिवर्सिटी खोलेंगे श्री श्री रविशंकर, बोले- सूर्य के समान है सनातन, इसे मिटाना असंभव
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर (Sri Sri Ravishankar) आज ज्ञान भवन में पटनावासियों के साथ अंतरंग वार्ता कार्यक्रम में मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि बिहार सरकार 50-60 एकड़ जमीन दे तो वह यहां विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनवाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में खूब परिवर्तन हुआ है। गुरुदेव ने कहा कि सनातन सूर्य के समान है इसे मिटाना असंभव है।
जागरण संवाददाता, पटना। आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर (Spiritual Guru Sri Sri Ravishankar) शनिवार को पटना के ज्ञान भवन में 'अंतरंग वार्ता' कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सनातन सूर्य के समान है, इस पर हमला करना सूर्य पर पत्थर चलाने जैसा है। ऐसा करने वाला मूर्ख है। सनातन को कोई नहीं मिटा सकता। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने इन्हीं शब्दों में सनातन धर्म की महत्ता बयां की।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने ऐसे लोगों पर कटाक्ष भी किया, उन्होंने कहा कि जो अपना धर्म पूछने पर सभी धर्म को मानने की बात कहते हैं, आखिर उन्हें खुद को हिंदू बताने में क्या हिचक होती है। अपने राष्ट्र, धर्म और पर्व-त्योहारों का सम्मान करें।
बिहार सरकार दे जमीन तो बनाएंगे विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय
उज्ज्वल बिहार यात्रा कार्यक्रम के दूसरे दिन अंतरंग वार्ता में शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए। कटक स्थित श्री श्री यूनिवर्सिटी से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में श्री श्री ने बताया कि उसमें विश्वस्तरीय शिक्षा दी जा रही है।
आखिर देश के युवा शिक्षा ग्रहण करने विदेश क्यों जाते हैं, विश्वस्तरीय शिक्षकों की वजह से तो श्री श्री यूनिवर्सिटी में वैसे ही शिक्षकों को लाया गया। दुनिया के 45 हजार से अधिक विश्वविद्यालयों में इसका स्थान 200 से नीचे है।
अंतरंग वार्ता के दौरान गुरुदेव को पैर छुकर आर्शीवाद लेते श्रद्वालु। (जागरण)
बिहार सरकार यदि 50-60 एकड़ जमीन दे तो वे यहां भी वैसा ही शिक्षण संस्थान बनाएंगे। कोरोना को मैन मेड वायरस बताने के साथ उन्होंने कहा कि इसकी वैक्सीन का बड़ा दुष्प्रभाव पड़ा है।
इसकी वजह से हृदयाघात से युवाओं की मौत हो रही है। जिन्होंने वैक्सीन ली उन्हें ओजोन थेरेपी कराना चाहिए। इसके साथ उन्होंने आयुर्वेदिक और सिद्धा पद्धति से तैयार इसकी दवा की प्रभावकता की भी चर्चा की।
बांग्लादेश पर तटस्थता ठीक नहीं
रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ गुरुदेव ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार अपनी बातें रखीं। उन्होंने बताया कि यूक्रेन की संसद में जब संबोधन का अवसर मिला तो कहा था कि यहां रूस के लोगों की उपेक्षा की जाती है। इसका नकारात्मक असर पड़ेगा और ऐसा ही हुआ भी।
यही हाल बांग्लादेश का हो गया है। रूस-यूक्रेन मामले में तटस्थता ठीक है, लेकिन बांग्लादेश के हिंदुओं का तो सहारा भारत ही है। वहां के लोगों को यकीन है कि भारत सरकार उनकी रक्षा करेगी, लेकिन भारत चुप है। यह ठीक नहीं।
अंतरंग वार्ता के दौरान लोगों को सवाल का जबाव देते गुरुदेव।
श्रीश्री ने शिक्षा की क्रांति से पंचेंद्रीय की सक्रियता और चेतनाशीलता का संबंध जोड़ा। उन्होंने बताया कि चेतना की जागृति का असर ऐसा हुआ है कि सामान्य बच्चे की प्रतिभा में भी अभूतपूर्व विकास हुआ है। अंतर्ज्ञान और सृजनात्मकता से आत्मीयता और इससे अंतरंगता आती है।
बिहार में हुआ व्यापक बदलाव
आखिर बिहार कब बदलेगा? इसके जवाब में श्रीश्री ने मखाना, छठ पूजा से लेकर झिझिया तक पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दो दशक पहले मखाना को कोई नहीं जानता था, आज यह विश्वव्यापी हो चला है। छठ महापर्व को ही देख लीजिए। इसी तरह झिझिया कितना खूबसूरत लोक नृत्य है। यह देश-विदेश में पहचान बना रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में परिवर्तन तो हुआ ही है। सड़कें बेहतर हो गई हैं, पिछड़े नहीं रह गए हैं। मुस्कुराते हुए उन्होंने सलाह दी कि यहां के विकास में और तेजी लानी है तो अधिकारियों को आर्ट ऑफ लिविंग का कोर्स करवाइए।
गुरुदेव ने बिहार की महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सीखने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि गांव की महिलाओं के लिए विशेष कार्य करना होगा।
शिक्षकों को ऊर्जावान रहने की सीख देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा की स्थिति वे ही सुधार सकते हैं। हालांकि दुनियाभर के 40 प्रतिशत शिक्षक डिप्रेशन के शिकार हैं। उनमें सकारात्मकता लाने की जरूरत है।
श्रीश्री रविशंकर के साथ अंतरंग वार्ता के दौरान लोगों को संबोधित करते गुरुदेव।
आर्ट ऑफ लिविंग के भजनों और सत्संग के साथ शुरू कार्यक्रम में पहुंचे श्रीश्री ने कई अनुयायियों की उत्कंठा शांत की। ध्यान, प्राणायाम, सुदर्शन क्रिया को अपनाकर तनावमुक्त जीवन जीने की सलाह दी।
किसी समस्या में मन उलझ जाता है तो क्या करें? इस प्रश्न पर गुरुदेव ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग का कोर्स करें। सुदर्शन क्रिया किसी भी समस्या से निजात दिला सकती है। युवाओं के लिए नियमित ध्यान, प्रणायाम और सकारात्मक रहने का संदेश दिया।
उन्होंने बताया कि सुदर्शन क्रिया लयबद्ध तरीके से सांस लेने की तकनीक है। इससे दुनियाभर के 80 करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव आया है। गुरुदेव ने बिहार के युवाओं को नशा मुक्त जीवन जीने का आह्वान किया।
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