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    पूरी दुनिया के डाइनिंग टेबल पर पहुंचे मखाना... महोत्सव में शिवराज सिंह ने की बिहार के विकास की प्रशंसा

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 02:13 AM (IST)

    केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मखाना महोत्सव में बिहार के विकास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बिहार मखाना उत्पादन का केंद्र बन गया है और युवाओं को स्टार्टअप्स स्थापित करने चाहिए। सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदेगी। उन्होंने कृषि सलाहकारों के योगदान को सराहा और दलहन व मक्का उत्पादन पर जोर दिया।

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    बदरा के साथ बिहार में हो रही विकास की बरसात: शिवराज। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। मखाना महोत्सव में सहभागिता करने पहुंचे केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को गांधी मैदान के पास स्थित ज्ञान भवन में बिहार के विकास की जमकर प्रशंसा की।

    उन्होंने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में बदरा भी बरस रहा है एवं विकास की बरसात भी हो रही है। विकसित भारत का सूरज बिहार के भाग्य पर चमक रहा है।

    इससे पहले शिवराज ने उप मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय सिन्हा के साथ मखाना संस्कृति से समृद्धि रिपोर्ट का विमोचन किया। मखाने को गरीबों के लिए अद्भुत वरदान बताते हुए कहा कि बिहार आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए भी मखाना उत्पादन का केंद्र बन चुका है।

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    उन्होंने पहले जहां मखाना केवल 3000 हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जाता था, वहीं अब यह बढ़कर 35,000 से 40,000 हेक्टेयर तक पहुंच चुका है। शिवराज ने बिहार के युवाओं से मखाना क्षेत्र में स्टार्टअप्स स्थापित करने की अपील की और आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी।

    उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मखाना भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की डाइनिंग टेबल तक पहुंचे और किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो।

    केंद्रीय मंत्री ने किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ोतरी का भी उल्लेख किया। कहा कि मसूर, उड़द एवं अरहर सहित बिहार के किसान जितना उत्पादन करेंगे, केंद्र सरकार उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी।

    रबी कार्यशाला एवं कृषि सलाहकार संवाद

    शिवराज रबी कार्यशाला एवं कृषि सलाहकार संवाद कार्यक्रम में भी भाग लिया। साथ ही कृषि वैज्ञानिकों, सलाहकारों एवं किसानों को संबोधित किया। कृषि सलाहकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि सलाहकार न हों तो अनुसंधान प्रयोगशालाओं की उपलब्धियां जमीन तक नहीं पहुंच पाएंगी।

    उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि सलाहकारों की जरूरत और मूल्य दोनों को पहचाना है और उनके सम्मान एवं हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बिहार में दलहन एवं मक्का उत्पादन की संभावनाओं पर विशेष बल दिया।

    कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ है। भारत अपने किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार एवं अतिरिक्त अन्य अधिकारियों ने संबोधित किया।

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