'मुख्यमंत्री रहते हुए 1992 में...', सम्राट ने SIR पर विपक्ष को याद दिलाया Lalu Yadav का पुराना बयान
बिहार विधानसभा में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर चर्चा हुई। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद के पुराने बयान का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि बिहार से बाहर जाने वाले कम हुए हैं और किसी का वोट नहीं काटा जाएगा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि वंचितों को सूची से हटाया जा रहा है और एसआईआर के माध्यम से गरीबों को वोट से वंचित करने की साजिश है।

राज्य ब्यूरो, पटना। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर विधानसभा में हुई सर्वदलीय चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद ने 1992 ने विधानसभा में बिहार में घुसपैठिए की बात की थी। उन्होंने कहा था कि घुसपैठिए को बिहार से बाहर कर देना है।
सम्राट ने कहा कि बिहार से बाहर काम के लिए जाने वाले लोगों की संख्या अब काफी कम हो गयी है। दो प्रतिशत से भी कम लोग अब बिहार से बाहर जाते हैं।
उन्होंने यह आश्वस्त किया कि किसी का भी वोट कटने वाला नहीं है। अब तक 18.60 लाख मृत लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा चुके हैं। वहीं, 26 लाख ऐसे लोगों के नाम चिह्नित किए गए हैं जो बाहर हैं।
इन लोगों ने भी चर्चा के दौरान अपनी बात कही
कांग्रेस के शकील अहमद खां ने कहा क वंचित समाज के लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाया जान रहा। अभी आवासीय प्रमाण पत्र भी नहीं बन रहा।
भाकपा (माले) के महबूब आलम ने कहा कि एसआईआर के माध्यम से चुनाव आयोग के जरिए केंद्र की सरकार गरीब, दलित व अल्पसंख्यक लोगों को वोट से वंचित करने की साजिश कर रही।
माकपा के अजय कुमार न कहा कि एसआईआर को अविलंब वापस लिया जाए। 40 से 50 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं।
भाकपा के सूर्यकांत यादव ने कहा कि अपने आप को समाजवादी कहने वाले लोग लोकतंत्र के हमले पर चुप हैं।
एआईएमआईएम के अख्तरउल ईमान ने कहा कि एसआईआर पर किसी को इनकार नहीं पर 25 दिनाें के अंदर इसे कराने पर एतराज है।
यह भी पढ़ें- Bihar Politics: '2025 के चुनाव में हार के डर से...', केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव पर बोला तीखा हमला
यह भी पढ़ें- Bihar Politics: 'मैं माफी को तैयार', SIR पर चर्चा के दौरान बोले तेजस्वी यादव; JDU सांसद का किया जिक्र
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।