रोहतासगढ़ रोपवे हादसा: तकनीकी खामी या भ्रष्टाचार; कमेटी करेगी जांच, कांग्रेस ने उठाए सवाल
रोहतासगढ़ रोपवे का ट्रायल रन के दौरान वायर रोप स्लिप होने से ऊपरी टर्मिनल स्टेशन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना की जांच के लिए बिहार राज्य प ...और पढ़ें

ट्रायल के दौरान क्षतिग्रस्त ट्रॉली व अन्य उपकरण। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। Rohtasgarh Ropeway Collapsed: रोहतास जिले के रोहतासगढ़ पर्वत पर आकाशीय रज्जू मार्ग ट्रायल रन के दौकान क्षतिग्रस्त हो गया था।
इस संबंध में मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार ट्रायल रन व टेस्टिंग के दौरान लोड बढ़ाया जा रहा था। इसी क्रम में वायर राेप स्लिप कर जाने से अपर टर्मिनल स्टेशन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया।
इस घटना की जांच के लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी है। कमेटी को 24 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी है।
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कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा रोहतासगढ़ रोपवे : राजेश राम
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने रोहतासगढ़ रोपवे के ट्रायल के दौरान गिरने पर व्यंग्य करते हुए कहा ट्राॅली और पिलर का ट्रायल के दौरान ही गिर जाना बिहार सरकार में कमीशनखोरी की देन है।
उन्होंने कहा कि निर्माण की गुणवत्ता पर निर्माण के दौरान ही सवाल उठाया गया लेकिन कमीशनखोरी के लालच में राज्य की एनडीए सरकार ने इसे तवज्जो नहीं दी।
ग्लोबल टेंडर के नाम पर लूटखसोट
अब जब घटिया निर्माण के कारण ट्रायल में ही रोपवे फेल हो गया है तो यह सवाल बनता है कि ग्लोबल टेंडर के नाम पर बिहार में मची लूट खसोट में राज्य में निर्माण कार्यों में दोयम से भी नीचे स्तर के कार्य हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब टावर मात्र चाॅर ट्रालियों का भार सहन नहीं कर सका, तो भविष्य में 12 ट्राॅलियों के भार के साथ पर्यटकों की जान कैसे सुरक्षित रहेगी?
इसकी उच्च स्तरीय जांच कर निर्माण कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने और परियोजना प्राप्ति में कमीशनखोरी की जांच आवश्यक है।

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