राेहतास में हादसा: ट्रायल के दौरान ही धराशायी हो गया 13 करोड़ का रोपवे; इंतजार की घड़ी हुई लंबी
रोहतासगढ़ किला स्थित रोहितेश्वर धाम तक निर्माणाधीन रोपवे का टावर और ऊपरी स्टेशन ट्रायल के दौरान धराशाई हो गया। इस हादसे में चार ट्रॉली भी क्षतिग्रस्त ...और पढ़ें

क्षतिग्रस्त हुआ रोपवे का टावर। जागरण
संवाद सूत्र, रोहतास। रोहतास से रोहतासगढ़ किला स्थित रोहितेश्वर धाम तक निर्माणाधीन रोपवे परियोजना का टावर व ऊपरी स्टेशन ट्रायल के दौरान अचानक धराशाई हो गया।
इस हादसे में ट्रायल में लगी चार ट्राली भी क्षतिग्रस्त हो गईं। मौके पर काम कर रहे मजदूरों और कारीगरों ने भागकर अपनी जान बचाई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
रोपवे टावर क्षतिग्रस्त की सूचना मिलते ही आसपास के क्षेत्र के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग इसकी हालत देखकर मायूस हो गए हैं। घटना के बाद क्षेत्र में अफरातफरी मच गई।

पूर्व मुखिया संतोष कुमार भोला ने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा-जब मात्र चार ट्राली का भार टावर सहन नहीं कर सका, तो भविष्य में 12 ट्राली के संचालन के दौरान यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।
यह रोहतास नगर पंचायत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रोपवे निर्माण की गुणवत्ता की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने, जांच कराने और दोषी कंपनी को हटाकर किसी सक्षम कंपनी से कार्य कराया जाए।

समाजसेवी रवि पासवान ने कहा-इतनी बड़ी परियोजना पर कार्य हो रहा था, लेकिन कभी भी किसी उच्चस्तरीय अधिकारी की निगरानी नहीं दिखी। कंपनी मनमाने ढंग से काम कर रही थी, जिसका परिणाम आज सबके सामने है।
आशू खान ने पुल निर्माण निगम पर घटिया कार्य और घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि आम जनता की जान से खिलवाड़ है ये।
शाहाबाद महोत्सव के संयोजक अखिलेश कुमार ने मांगी की है कि संबंधित पुल निर्माण निगम के इंजीनियरों और रोपवे कंपनी पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
क्योंकि यह घटना आमलोगों की जान जोखिम में डालने जैसी है। घटना के बाद रोपवे परियोजना की सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
इस संबंध में पुल निर्माण निगम के वरीय अभियंता खुर्शीद करीम ने कहा- अभी ट्रायल एंड टेस्टिंग का काम चल रहा था,लोड बढ़ाने के क्रम में वायर फंस गया और इस तरह की क्षति हो गई है।
अभी बहुत सारे काम बाकी हैं, जो धीरे-धीरे हो चल रहा था। उसी क्रम में आज जब लोड को बढ़ाया गया, तो इस तरह की घटना हुई।
कल इसे लेकर कोलकाता की टीम यहां विजिट के लिए आ रही है ताकि किस तरह से शॉर्ट टर्म में इस कार्य को बेहतर तरीके से पूर्ण खड़ा किया जा सके।
जब तक ट्रायल से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक किसी भी आम पब्लिक को रोपवे पर चढ़ने की अनुमति नहीं होगी। कंपनी अपने खर्चे से इसका पुनर्निर्माण कराएगी।


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