'RJD छोड़ो 2 करोड़ मिलेंगे', मांझी का करीबी लेकर आया था ऑफर; लालू के करीबी विधायक के दावे से सियासी हलचल तेज
लालू के करीबी विधायक ने आरोप लगाया है कि 2014 में उन्हें जदयू में शामिल होने के लिए दो करोड़ रुपये का प्रस्ताव मिला था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। वहीं उन्होंने बताया कि बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी के एक नेता ने उन्हें यह ऑफर दिया था।

राज्य ब्यूरो, पटना। लालू यादव के करीबी विधायक के दावे से बिहार की राजनीति फिर से गरमा गई है। राजद विधायक ने शनिवार को कहा कि 2010 के बाद जब राजद के पास महज 22 विधायक थे तब भी उनके पास पाला बदलने के कई ऑफर आए थे।
जब 22 में 13 विधायक राजद छोड़कर जा रहे थे, तब भी वह लालू प्रसाद के साथ खड़े रहे। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि जीतन राम मांझी के खास दानिश रिजवान उस समय उनके पास दो करोड़ रुपये लेकर आए थे और जदयू में शामिल होने का ऑफर दिया था, मगर मैंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था।
उन्होंने आगे बताया कि मेरे नेता लालू प्रसाद हैं, अगर वह कहेंगे यहां डूबना है, तो यहां डूबेंगे, यहां रहना है तो यहां रहेंगे। हमको मंत्रिमंडल में जगह और पैसे नहीं चाहिए।
इस आरोप पर हम से जुड़े दानिश रिजवान ने कहा कि पैसे लेन-देन की बात ही नहीं है। यह बात 2014 की है। तब नीतीश कुमार के प्रति आस्था रखने वाले कई राजद विधायकों ने जदूय को समर्थन दिया था।
उसी समय नीतीश के प्रति आस्था रखने वाले नेताओं से बातचीत की जा रही थी। दानिश रिजवान ने पैसे ऑफर करने की बात का पूरी तरह खंडन किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान जल्द ही होने वाला है। ऐसे में राजद विधायक भाई वीरेंद्र का यह खुलासा बिहार की राजनीति में हलचल लाने का काम करेगा।
यह भी पढ़ें-
Bihar Politics: चिराग पासवान ने समझाया M-Y समीकरण का मतलब, वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर कही ये बात
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।