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    Ram Mandir Pran Pratishtha: रामलला के आगमन की शुभ तिथि में 125 बच्चों का हुआ जन्म, इतनों की हुई नॉर्मल डिलीवरी

    By Jagran News Edited By: Mukul Kumar
    Updated: Tue, 23 Jan 2024 09:45 AM (IST)

    Ram Mandir Pran Pratishtha श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सोमवार को राजधानी पटना में 125 बच्चों का जन्म हुआ। सिजेरियन से अधिक सामान्य ढंग से प्रसव हुए। सबसे अधिक 37 बच्चे कंकड़बाग स्थित एक निजी अस्पताल में हुए। इसके अलावा प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कालेज अस्पताल (पीएमसीएच) में चार लड़के और चार लड़कियों समेत कुल आठ बच्चों का जन्म हुआ।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, पटना। अयोध्या नगरी में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सोमवार को राजधानी पटना में 125 बच्चों का जन्म हुआ। इनमें 65 लड़के व 60 लड़कियां थीं। सिजेरियन से अधिक सामान्य ढंग से प्रसव हुए। सबसे अधिक 37 बच्चे कंकड़बाग स्थित एक निजी अस्पताल में हुए।

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    यहां डा. सारिका राय, पद्मश्री से सम्मानित डॉ. शांति राय व डॉ. हिमांशु राय की टीम ने 19 लड़कों व 18 लड़कियों की डिलीवरी कराई। इनमें 31 का जन्म सामान्य तरीके व छह का सिजेरियन विधि से हुआ। वहीं, डॉ. मंजूगीता मिश्रा के अस्पताल में सिजेरियन से पांच व सामान्य प्रसव से छह बच्चों का प्रसव हुआ।

    इनमें तीन लड़के व तीन लड़कियां हैं। डॉ. विनीता सिंह के यहां तीन सिजेरियन समेत कुल पांच प्रसव कराए गए। डॉ. नीलू प्रसाद ने बताया कि कुल तीन बच्चों का जन्म हुआ। दो लड़के व एक लड़की का सामान्य ढंग से प्रसव शुभ मुहूर्त में कराया गया।

    सरकारी अस्पतालों के आंकड़े बहुत कम

    प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कालेज अस्पताल (पीएमसीएच) में चार लड़के और चार लड़कियों समेत कुल आठ बच्चों का जन्म हुआ। दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच यहां कोई प्रसव नहीं हुआ। वहीं, नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल (एनएमसीएच) में कुल सात बच्चों का जन्म हुआ।

    इनमें से तीन सिजेरियन व चार का सामान्य प्रसव हुआ। यहां छह लड़कों व एक लड़की ने जन्म लिया। गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल, पटना साहिब में सोमवार की सुबह हाजीगंज की पूजा ने एक पुत्र व शाम में पाटलिपुत्र की अंतिमा ने एक पुत्री को जन्म दिया। दोनों प्रसव सामान्य हुए।

    सिविल सर्जन के क्षेत्राधिकार के सरकारी व निजी अस्पतालों में 57 से अधिक बच्चों के जन्म लेने की बात बताई गई। हालांकि, रात 12 से 12 बजे तक का दिन होने के कारण सही आंकड़ा मंगलवार दोपहर को पता चलेगा।

    12.31 पर जन्मे बच्चे का नाम राघवश्री

    एक निजी अस्पताल में एक लड़के का जन्म अभिजीत मुहूर्त से कुछ सेकेंड बाद 12 बजकर 31 मिनट पर हुआ। डॉ. सारिका राय समेत ओटी में मौजूद सभी लोगों ने श्रीराम का जयकारा लगाया।

    स्वजन को सूचना देने के साथ उसका नाम राघवश्री या श्रीराम के अन्य नामों में से ही रखने को कहा गया। परिवारजन भी इससे सहमत थे और उन्होंने उसे वही नाम दिया।

    मां ने कहा-बबुआ के नाम रामे जी धराई

    प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मौके पर भोजपुर जिले के शाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को दो बच्चों ने जन्म लिया। एक बालक, दूसरी बालिका, परंतु दोनों के मां-पिता व स्वजन कृतार्थ हो गए, खुशी से झूम उठे। बालक की मां तो प्रसव पीड़ा भूल गईं, इसे प्रभु का आशीर्वाद बताया।

    सहज तौर पर अपनी भाषा भोजपुरी में बोल उठी, अब त बबुआ के नाम रामे जी रखाई। 12 बजकर 12 मिनट पर प्रखंड के देवमलपुर गांव के कमलेश रजक की पत्नी विमाया देवी ने एक सुंदर व स्वस्थ बालक को जन्म दिया। वहीं 12 बजकर 47 मिनट पर भरौली गांव के हरिराम यादव की पत्नी संगीता देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया।

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