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    Prashant Kishor : प्रशांत किशोर बोले- बिहार मजदूरों का सप्लायर बनकर रह गया, ऐसे तो नहीं सुधरेगा भविष्य

    By Jagran NewsEdited By: Mukul Kumar
    Updated: Sat, 16 Sep 2023 11:47 AM (IST)

    बिहार में जन सुराज पदयात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर इस वक्त मुजफ्फरपुर में पहुंचे हैं। उन्होंने शनिवार को एक सभा को संबोधित करते हुए बिहार और नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोगों से कहा कि बिहार मजदूरों का सप्लायर बन गया है। अपने संबोधन में उन्होंने बच्चों को पढ़ाने पर जोर देने की बात भी कही।

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    राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की फाइल फोटो

    पटना, जागरण डिजिटल डेस्क। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इन दिनों बिहार में जन सुराज नाम से पदयात्रा निकाली है। इसके तहत वह राज्य के हर हिस्से में जाकर लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान वह तमाम चुनावी मुद्दों पर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।

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    टीवी फ्रिज नहीं बच्चों को बनाते हैं केवल मजदूर

    प्रशांत किशोर फिलहाल बिहार मुजफ्फरपुर जिले में पहुंचे हैं। शनिवार को यहां लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार आज सिर्फ मजदूरों का सप्लायर बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि हमलोग टीवी, फ्रिज, छड़, सीमेंट आदि नहीं बनाते हैं। हम सिर्फ अपने बच्चों को मजदूर बनाते हैं। 

    अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हम यहां पहले बच्चा करते हैं, फिर पेट काटकर खिला-पिलाकर उन्हें बड़ा करने के बाद मजदूरी के लिए बाहर भेज देते हैं। यह स्थिति बदलना चाहिए। 

    पढ़ाई को लेकर सभी को लेना होगा संकल्प

    प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि स्थिति बदलने के लिए सभी को यह संकल्प लेना होगा कि वह अपने बच्चे को कुछ भी करके पढ़ाएंगे क्योंकि आपने बच्चों को मजदूर बनाने के लिए नहीं पैदा किया है। 

    उन्होंने कहा कि चाहे जो दल हो या नेता अगर बच्चों को पढ़ाई और रोजगार नहीं दे पाता है तो उसे घर आने पर झाड़ू मारकर भगाएं। ऐसे ही बच्चों का भविष्य सुधरेगा। 

    यह भी पढ़ें-  प्रशांत किशोर ने नीतीश को लेकर भविष्‍यवाणी की ... बोले- लिखकर रख लो, साल 2024 में जदयू को मिलेंगी इतनी सीटें

    प्रशांत किशोर ने कहा कि जिन नेता ने आपके बच्चों की पढ़ाई व रोजगार को छीना है या उनके भविष्य को खराब किया है, अगर उन्हें जाति व धर्म के आधार पर फिर से वोट करते हैं तो भविष्य कभी नहीं सुधरेगा।