Prashant Kishor: पीके की जन सुराज पार्टी से लड़ना चाहते हैं चुनाव? 11 मार्च तक करना होगा आवेदन
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवारों से 11 मार्च तक आवेदन आमंत्रित कर रही है। तीन स्तरों पर आवेदनों का मूल्यांकन होगा और उसके बाद पार्टी के खांचे पर योग्य निकलने वाले अभ्यर्थियों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। पार्टी ने उम्मीदवारों के मूल्यांकन के लिए 10 मापदंड तय किए हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) लड़ने के इच्छुक अभ्यर्थियों से प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) ने 11 मार्च तक आवेदन मांगा है। तीन स्तरों पर आवेदनों का मूल्यांकन होगा और उसके बाद पार्टी के खांचे पर योग्य निकलने वाले अभ्यर्थियों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
अभ्यर्थियों के मूल्यांकन के 10 मापदंड तय किए गए हैं। मंगलवार को जसुपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा इसकी जानकारी दी गई। प्रेस-वार्ता में जसुपा से उम्मीदवारी के लिए आवेदकों की चयन प्रक्रिया और मूल्यांकन के मापदंडों को साझा किया गया।
तीन स्तर पर होगा मूल्यांकन
केंद्रीय चुनाव समिति के संयोजक आरएन सिंह ने बताया कि मूल्यांकन का पहला स्तर विधानसभा क्षेत्र होगा। उस स्तर पर जसुपा से जुड़े स्थानीय लोग, पदाधिकारी और विधानसभा प्रभारी समिति आवेदनों का मूल्यांकन करेगी। दूसरे स्तर पर जिला संगठन और अनुमंडल पदाधिकारी निर्धारित मापदंडों पर मूल्यांकन करेंगे।
तीसरे स्तर पर जिला समिति द्वारा की गई अनुशंसा का मूल्यांकन होगा। इसका मूल्यांकन 11 सदस्यीय केंद्रीय चुनाव समिति करेगी और शीर्ष नेतृत्व को अपनी अनुशंसा सौंपेगी। केंद्रीय चुनाव समिति की अनुशंसा में किसी भी प्रकार के संशोधन का अधिकार केवल राज्य की कोर समिति को होगा।
यदि किसी समिति के किसी भी चरण का सदस्य स्वयं आवेदक हो, तो उसे अपने जिले की किसी भी समीक्षा बैठक में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी। प्रेस-वार्ता में चुनाव समिति सदस्य सरवर अली, डॉ. भूपेंद्र यादव, जितेंद्र मिश्रा, विनोद चौधरी, सुरेश शर्मा और रामप्रकाश सहनी उपस्थित रहे।
निजी महत्वाकांक्षा में ताश के पत्ते की तरह बिखर रहा आईएनडीआईए : जदयू
एक तरफ प्रशांत किशोर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं, तो दूसरी तरफ जदयू लगातार आईएनडीआईए पर निशाना साध रहा है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि निजी महत्वाकांक्षा में ताश के पत्ते की तरह बिखर रहा आईएनडीआईए। गठबंधन दिशाहीन हाे चुका है।
उन्होंने कहा, वर्तमान में तथाकथित विपक्षी एकता अपनी ढपली, अपना राग का पर्याय बन कर रह गया है। नीति, नीयत और नेता के घोर अभाव में आईएनडीआईए का राजनीतिक उद्देश्य, औचित्य और अस्तित्व तीनों समाप्ति के कगार पर है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद और कांग्रेस राजनीतिक भ्रष्टाचार की जननी रही है। घोटाला व परिवारवाद से इनका गहरा रिश्ता है। यही वजह है कि दोनों दलों की राजनीति अब रसातल की ओर तेजी से अग्रसर है। बिहार में भी महागठबंधन में भारी सिर फुटव्वल की स्थिति है। विपक्षी खेमे की सभी पार्टियां एक दूसरे की टांग खिंचाई में लगे हैं।
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