Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: प्रशांत किशोर ने अब नीतीश सरकार को दी चेतावनी, कहा- सम्राट-अशोक सरकार से बाहर हों वरना...

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 09:35 PM (IST)

    जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने एनडीए नेताओं सम्राट चौधरी और अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने अशोक चौधरी पर निविदाओं में कमीशन लेने का आरोप लगाया और उनकी बेटी की शादी के बाद संपत्ति में वृद्धि पर सवाल उठाए। पीके ने अपनी आय का विवरण देते हुए कहा कि उन्होंने जसुपा को दान दिया है।

    Hero Image
    सम्राट-अशोक पर प्रशांत किशोर ने फिर किया हमला। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। एनडीए के जिन पांच नेताओं पर जन सुराज पार्टी (जसुपा) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के आरोप लगाए थे, उनमें से दो (उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी) के संदर्भ में सोमवार को फिर कुछ नए रहस्योद्धाटन किए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अपनी आय का लेखा-जोखा देते हुए पीके ने चेतावनी दी कि अगर सम्राट और अशोक जनता के सामने आकर सच्चाई नहीं बताते और मंत्रिमंडल से बाहर नहीं होते तो जसुपा न्यायालय का रुख करेगी।

    अशोक चौधरी पर उन्होंने निविदाओं के साथ ठेकेदारों को भुगतान करने तक में कमीशन लेने का आरोप लगाया। कहा कि अभी तो इनसे 200 करोड़ का हिसाब मांगा जा रहा। 500 करोड़ की काली कमाई इनकी अलग से है। अगर हीलाहवाली किए तो उसकी भी पोल खोली जाएगी।

    इसके साथ ही पीके ने कहा कि अशोक की बेटी शांभवी (समस्तीपुर से सांसद) की सगाई के दो वर्ष के भीतर मानव विभव विकास न्यास के खाते से 100 करोड़ के भूखंड खरीदे गए।

    न्यास से जुड़े लोगों को बताना चाहिए कि वह राशि कहां से आई। इससे पहले के वर्षाें में इस न्यास ने 10 करोड़ की भी अचल संपत्ति की खरीद नहीं की।

    अपनी आय और जसुपा की फंडिंग पर उठ रहे प्रश्नों पर पीके ने बताया कि सलाहकार के तौर पर वे पिछले तीन वर्ष में 241 करोड़ रुपये कमाए। उस पर 30.95 करोड़ जीएसटी और 20 करोड़ आयकर भरे। बचे 98.75 करोड़ रुपये जसुपा का दान कर दिए।

    जसुपा में अपने खून-पसीना की कमाई लगा रहे। अगले दस वर्ष तक अपना शरीर बेचकर भी धन लाना हुआ तो लाएंगे, लेकिन बिहार में चोरी की राजनीति नहीं चलने देंगे। नवयुगा कंस्ट्रक्शन से 11 करोड़ रुपये दो घंटे की सलाह के लिए लिए हैं।

    यह बिहार के लड़के को सरस्वती का वरदान है। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, प्रदेश महासचिव किशोर कुमार, सुधीर शर्मा आदि प्रेस-वार्ता मेंं उपस्थित रहे।

    पीके ने कहा कि अशोक सप्ताह भीतर मानहानि का नोटिस वापस लें और जनता के समक्ष स्वीकार करें कि 200 करोड़ की अवैध संपत्ति बेटी की सगाई के बाद बनाएं, अन्यथा उनके 500 करोड़ की दूसरी काली कमाइयों का कच्चा चिट्ठा खोलूंगा।

    अशोक ने आठ माह में 20 हजार करोड़ से अधिक की विभागीय निविदा में पांच प्रतिशत कमीशन लिए। भुगतान के लिए ठेकेदारों से आधा प्रतिशत कमीशन अलग से।

    वहीं धन इंजीनियरों के यहां से मिला या इंजीनियरों के यहां जलाए गए। अशोक अपनी कारगुजारियों के लिए जनता से क्षमायाचना करें, अन्यथा अगली प्रेस-वार्ता में उन लोगों को भी बिठाएंगे, जिन्होंने कमीशन दिया है।

    सम्राट चौधरी की गिरफ्तारी की मांग

    प्रशांत ने कहा कि सम्राट हत्या के अभियुक्त हैं। 1995 में तारापुर में कुशवाहा समाज के सात लोगों की हत्या हुई थी। स्कूल का सर्टिफिकेट लगाकर स्वयं को नाबालिग बताए और जेल से बाहर आए। तब उन्होंने स्वयं को 15 वर्ष का बताया था। 2020 में शपथ-पत्र के अनुसार वे तब 26 वर्ष के थे। इन्हेंं अविलंब गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

    पीके ने मांग की है कि नीतीश कुमार इन्हें (Samrat chaudhary) अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें, नहीं तो दो-तीन के भीतर राज्यपाल से मिलकर इनकी गिरफ्तारी की मांग करेंगे। प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाएगा। या तो सम्राट को गिरफ्तार किया जाए या हत्या के सभी अभियुक्तों को जेल से बाहर किया जाए।

    उन्होंने कहा कि सम्राट सामने आकर अपने अपराध स्वीकार करें कि क्या शिल्पी गौतम दुष्कर्म व हत्याकांड में सीबीआइ ने उन्हें संदिग्ध अभियुक्त के तौर पर नामजद किया था या नहीं। लालू प्रसाद ने अपनी सत्ता की हनक में उस मामले को दबा दिया। उस प्रकरण में लालू के साले साधु यादव मुख्य अभियुक्त थे।

    यह भी पढ़ें- Bihar Election: महागठबंधन में सीट बंटवारे से पहले ही कांग्रेस ने चल दी चाल, 40 उम्मीदवारों के नाम फाइनल!

    यह भी पढ़ें- IPS Transfer: बिहार चुनाव से पहले चार IAS अधिकारियों के तबादले, सौंपी गई नई जिम्मेदारी