Bihar Politics: CM पद छोड़कर उपराष्ट्रपति बनेंगे नीतीश कुमार? BJP की डिमांड और 5 फैक्टर से गरमाई बिहार की सियासत
Nitish Kumar देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अगला उपराष्ट्रपति बनाने की मांग उठ रही है। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बछौल ने नीतीश कुमार के 20 वर्षों के अनुभव और केंद्र-राज्य की राजनीति में उनकी भूमिका को देखते हुए यह मांग की है। भाजपा का मानना है कि नीतीश कुमार इस पद के लिए उपयुक्त हैं।

डिजिटल डेस्क, पटना। CM Nitish Kumar After Jagdeep Dhankhar Resign: देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया। अब इसके बाद सवाल उठता है कि किसे अगला उपराष्ट्रपति बनाया जाएगा? केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग को लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों सहित मतदाताओं में बहुमत प्राप्त है, इसलिए धनखड़ के इस्तीफे के फैसले से वह आश्चर्यचकित है।
बता दें कि संभावित नामों को लेकर लोगों में संशय बरकरार है। वहीं, इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हई है। अहम बात यह है कि नीतीश कुमार को लेकर यह मांग जदयू ने नहीं, बल्कि उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने उठाई है। नीतीश कुमार के उपराष्ट्रति बनाए जाने को लेकर कई फैक्टर नीचे दिए गए हैं...
विपक्ष उम्र को लेकर हमलावर
बिहार में इन दिनों सियासत गरमा गई है। राजद-कांग्रेस और वाम दलों का महागठबंधन जनता मुद्दों पर सरकार को घेरने में जुटा है।
एक तरफ विपक्ष सीएम नीतीश कुमार की उम्र को लेकर उन पर तंज कस रहा है तो दूसरी तरफ उनकी कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है।
विपक्ष का कहना है कि अब बिहार की गद्दी पर किसी और को बैठने का मौका मिलना चाहिए। बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव कई बार मीडिया कर्मियों से चर्चा के दौरान इस बात को उठाते भी रहे हैं।
गठबंधन की मजबूरी या भाजपा की मांग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार में कभी भी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई है। बिहार में भाजपा जब भी सत्ता में रही है, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के समर्थन और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही रही है।
ऐसे में सियासी जानकारों का कहना है कि सवाल यह भी उठ रहे हैं कि बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह की चर्चाओं का चलना क्या राज्य में भाजपा के लिए कोई बड़ा अवसर है?
इसी बीच भाजपा नेता भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मंगलवार को पटना में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए नीतीश के नाम को आगे बढ़ा दिया है।
अब जबकि देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में केंद्र सरकार को पहल करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति पद पर नियुक्त करना चाहिए। - हरिभूषण ठाकुर बचौल, विधायक, भाजपा
बछौल ने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से बिहार की सेवा कर रहे हैं। उनके पास राजनीति का लंबा अनुभव भी है।
केंद्र और राज्य में राजनीतिक अनुभव
बता दें कि नीतीश कुमार को केंद्र से लेकर राज्य तक की राजनीति में लंबा अनुभव रखते हैं। सत्ता में आने के बाद से नीतीश लगातार किसी न किसी पद पर आसीन रहे हैं। नीतीश कुमार पिछले बीस सालों से बिहार के सीएम हैं।
देश के अनुभवी नेताओं में से एक... सदन की कार्यप्रणाली के जानकार
सियासी जानकार कहते हैं कि बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार एक मंझे हुए राजनेता हैं। सोशल इंजीनियरिंग भी उन्हें आती है। नीतीश कुमार ने पिछला चुनाव सुशासन के मुद्दे पर लड़कर बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल की थी।
नीतीश का राजनीतिक करियर साल 1977 में शुरू हुआ था। बता दें कि नीतीश कुमार को विधानसभा से लेकर लोकसभा तक सदन में काम करने और उसकी कार्यवाही का कुल मिलाकर लगभग 48 साल का राजनीतिक अनुभव है। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि नीतीश कुमार अब क्या करेंगे?
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