Patna Jagran Forum 2025: राजानाथ सिंह बोले- बिहार में एक समय था जब लोग सरनेम छिपाने लगे थे
Patna Jagran Forum 2025 latest news बिहार के विकास समृद्धि से लेकर सशक्त भारत तक इन विषयों पर शनिवार को जागरण फोरम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चर्चा हो रही है। फोरम की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संबोधित कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि बिहारवासियों में जाति-धर्म से ऊपर उठ कर विकास और सुशासन को अपनी सत्ता सौंपी।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के भविष्य की दिशा का निर्धारण करने के लिए 2 अगस्त 2025 को दैनिक जागरण ने एक मंच तैयार किया है। जहां पर कई पार्टियों के नेता एकत्रित हुए हैं। इस समय भारत के रक्षा मंत्री कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने नीतीश के सुशासन पर भी नीतीश को और पूरी सरकार को बधाई दी। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की पत्रकारिता जगत में दैनिक जागरण की अपनी अलग साख है। उन्होंने बिहार में दैनिक जागरण के 25 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी।
पत्रकारिता को बेहतर कर सकता है एआई
उन्होंने आगे कहा कि पत्रकारिता व्यवसाय नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने का जरिया है। मेरा मानना है कि महात्मा गांधी सबसे बड़े और महान पत्रकार थे। एआई को लेकर उन्होंने कहा कि AI पत्रकारिता को बेहतर कर सकता है लेकन कंटेट पर ध्यान देने की जरूरत है।
दैनिक जागरण अखबार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह अखबार सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अखबार है। उन्होंने कहा कि बिहारवासियों में जाति-धर्म से ऊपर उठ कर विकास और सुशासन को अपनी सत्ता सौंपी।
उन्होंने कहा कि बिहार में सरकारें तो कई बनीं पर जैसा बिहार में होना चाहिए वैसा नहीं हुआ। बिहार में जात-पात और मजहब के नाम पर लड़ाया गया, जिसकी वजह से अपने सरनेम लोग छुपाने लगे।
टूट चुकी थी लोगों की उम्मीद
राजनाथ सिंह ने कहा कि कई कारोबारी दूसरी जगह बसने लगे थे। बिहार के हालात ऐसे थे कि शाम 7 बजे के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। पटना-गया रोड सबसे खतरनाक हो गया था। बिहार में 2005 में प्रतिव्यक्ति आय सबसे कम हो गई। लोगों की उम्मीदें टूट चुकी थीं।
उन्होंने आगे कहा कि फिर एक निर्णायक मोड़ आया, नीतीश कुमार के शासन में बिहार की तस्वीर बनाना शुरू हुआ। शिक्षा और स्वास्थ्य की ओर ठोस कदम उठना शुरू हुआ।
नीतीश ने तोड़ी जंगलराज की छवि
फिर बिहार की जनता ने समझा कि नीतीश के साथ चलने में अपनी भलाई है। पिछले दो दशकों में एनडीए के नेतृत्व ने पुराने जंगलराज की प्रदेश की छवि को तोड़ने का काम किया है।
पीएम ने बिहार को दी 22 परियोजनाएं
राजनाथ सिंह ने कहा कि कभी नरक बना बिहार अब विकास की ओर अग्रसर हो गया है। अगर शासन में ईमानदारी हो तो किसी भी राज्य को आगे बढ़ाया जा सकता है। बिहार कृषि प्रधान राज्यों में एक है। बिहार में पर्यटन की दिशा में बहुत बड़ी संभावना है।
साल 2014 के बाद एनडीए सरकार ने 9 लाख करोड़ से अधिक रुपये आवंटित किए हैं। ये सिलसिला आज भी जारी है। बिहार को पीएम ने 22 परियोजनाएं दी हैं।
एसआईआर पर जनता को गुमराह कर रहा विपक्ष
राजनाथ सिंह ने कहा कि लोगों को समझ से काम करना होगा। SIR को लेकर राजनीति दल जनता को गुमराह कर रही है। चुनाव आयोग की एक अपनी साख है, उस पर आरोप लगाना नेता प्रतिपक्ष को शोभा नहीं देता।
1975 में सविधान का खून करने का आरोप कांग्रेस के हाथ लगा हुआ है। वोट चोरी को लेकर सबूतों का एटम बम तैयार किया है तो मैं राहुल गांधी से कहना चाहूंगा कि उसके सारे सबूत जनता के पास रखिए, पता चल जाएगा कि सच्चाई क्या है।
मैं कहता हूं कि राहुल जी जल्दी से जल्दी एटम बम फोड़ दीजिए, पर अपने आप को संतुलित और सुरक्षित रखिए। SIR पर काम करने दीजिए, ये सेहत और लोगों के लिए अच्छा होगा। राहुल गांधी कुछ बोलने से पहले सबूत जुटा लें।
लगातार बाधित कर रहे मानसून सत्र
संसद के मानसून सत्र को भी लगातार राहुल गांधी बाधित कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना की वीरता की एक उपलब्धि है। परंतु विपक्षी इस पर भी सवाल कर रहे हैं। सवालों का करारा जवाब मिलने से उनकी बोलती बंद हो गई है।
गांधी मैदान पर हुआ था बम धमाका
उन्होंने कहा कि पटना शहर के गांधी मैदान में बम धमाका होता था, वो भी याद कर लीजिए। हमने आतंकवाद पर नकेल कस दी है। कांग्रेस सरकार की कौन सी मजबूरी थी कि वो आतंकवाद पर काम नहीं कर पाए।
कांग्रेस ने वोटबैंक के चश्मे से देखा, इसलिए उन्होंने कभी भी आतंकवादियों को पकड़ने की कोशिश नहीं की। मालेगांव घटना में भी उन्होंने भगवा आतंकवाद बताया था। कोर्ट ने उसमें आरोपियों को बरी कर दिया। बिहार की जनता के लिए एनडीए का विनिंग कॉम्बिनेशन है, इसको बिहार की जनता बनाए रखे।
बढ़ रहा दबदबा
राजनाथ सिंह ने कहा कि अब पूरब के देशों का दबदबा बढ़ रहा है। बिहार यानी कि पूर्वी राज्य, विकास और भारत के लिए जरूरी बन कर काम करेंगे। बिहार में विधानसभा चुनाव है, इसमें जनता को साथ देना है। एक रास्ता है, बिहार के विकास का रास्ता और दूसरा रास्ता जातिवाद की ओर धकेलता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।