Bihar Politics: राजनीति में एंट्री करेंगे CM के बेटे निशांत? पिता नीतीश का नाम लेकर बोले- इस साल का चुनाव...
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने राज्य सरकार के कामकाज की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने अच्छा काम किया है और उन्हें फिर से चुना जाना चाहिए। निशांत कुमार ने यह अपील अपने पैतृक बख्तियारपुर में की। उन्होंने अपनी राजनीतिक सक्रियता से जुड़े प्रश्न को टाल दिया। उन्होंने कहा कि वे राज्य और देश के लोगों को शुभकामना दे रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के पुत्र निशांत कुमार (Nishant Kumar) ने राज्य सरकार के कामकाज की तारीफ की है। राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे निशांत ने शुक्रवार को कहा- इस साल विधानसभा का चुनाव है। पिताजी को और उनकी पार्टी को जनता वोट करे। उन्हें फिर से लाएं। उन्होंने अच्छा काम किया है।
निशांत कुमार ने यह अपील अपने पैतृक बख्तियारपुर में की। वे अपने दादा स्वतंत्रता सैनानी कविराज रामलखन सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे।
'नए साल में पहली बार मीडिया के सामने...'
उन्होंने अपनी राजनीतिक सक्रियता से जुड़े प्रश्न को टाल दिया। निशांत ने कहा कि नए साल में पहली बार मीडिया से बातचीत कर रहे हैं। वे राज्य और देश के लोगों को शुभकामना दे रहे हैं।
निशांत कुमार ने अपने दादा और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सैनानी स्व. कविराज रामलखन सिंह के संघर्ष को याद किया। कहा कि उन्होंने आजादी की लड़ाई में वे जेल भी गए थे।
बिहार में कांग्रेस की राजनीति विगत तीन दशकों से राजद के सहारे : अशोक चौधरी
एक तरफ निशांत कुमार ने जदयू को जिताने की अपील की। वहीं, दूसरी ओर जदयू ने कांग्रेस पर खूब निशाना साधा। जदयू के वरिष्ठ नेता व ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में कांग्रेस की राजनीति विगत तीन दशकों से राजद के सहारे है।
'कांग्रेस खुद के पैरों पर...'
जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। ग्रामीण कार्य मंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस खुद के पैरों पर खड़ा नहीं होती है तो लालू प्रसाद निकट भविष्य में का्ंग्रेस को पनपने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों से प्रदेश की जनता में उत्साह है। आगामी चुनाव में राजद 20 से 25 सीटों में सिमट जाएगा। वर्ष 2005 के पहले पूरा बिहार जातीय उन्माद में फंसा था और आज उसी बिहार में नए निवेश आ रहे हैं। नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से बाहर निकालने का काम किया।
भाषा की मर्यादा लांघने वाले जनता को सबक सीखाएगी : मदन सहनी
जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी भी मौजूद थे। पत्रकाराें से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि भाषा की मर्यादा लांघने वालों को जनता सबक सिखाएगी। नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के तहत जिलों में जाकर विकास योजनाओं की सौगात दे रहे हैं।
मुकेश सहनी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके पास न वोट है और न ही विचारधारा। जिस राजद के शासनकाल में 118 से अधिक जातीय नरसंहार हुए उसी राजद के साथ राजनीतिक स्वार्थ के लिए मुकेश सहनी गलबहियां कर रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।