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    Nitish Kumar: मांझी के प्रोग्राम में नीतीश ने नहीं दिया भाषण, महज 2.5 मिनट में निकल गए; सियासी अटकलें तेज

    Updated: Fri, 28 Feb 2025 02:07 PM (IST)

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित दलित समागम में महज 2.5 मिनट बिताए और बिना भाषण दिए ही चले गए। इस घटना ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं कि आखिर नीतीश कुमार इतनी जल्दी क्यों चले गए। सीएम नीतीश ने तो कहा कि उन्हें पार्टी मीटिंग में शामिल होना है इसलिए निकल रहे हैं।

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    मांझी के प्रोग्राम में नीतीश ने नहीं दिया भाषण, महज 2.5 मिनट में निकल गए (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, पटना। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने पटना के गांधी मैदान में दलित समागम का आयोजन किया। आयोजन में तमाम एनडीए नेताओं का जुटान देखने को मिला। हालांकि, एक दिलचस्प वाकया भी हुआ, जिसने बिहार की सियासत में एक नया उबाल ला दिया है। सीएम नीतीश कुमार चंद मिनटों में ही दलित समागम से वापस लौट गए।

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    दरअसल, सीएम नीतीश कुमार दलित समागम में शिरकत करने पहुंचे, लेकिन कोई भाषण नहीं दिया। उन्होंने आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि आप लोगों को आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। आप लोग काम कीजिए। हमारी पार्टी की अभी मीटिंग होने वाली है, इसलिए निकल रहे हैं। हैरान करने वाली बात तो यह भी है कि नीतीश कुमार मंच पर बैठे तक नहीं। 

    2.5 मिनट में ही निकल गए सीएम नीतीश

    सीएम नीतीश 2.5 मिनट में ही वहां से वापस रवाना हो गए। मंच से भी घोषणा हुई कि सीएम नीतीश कुमार किसी विशेष काम के चलते निकल रहे हैं। अब नीतीश ने तो मीटिंग की बात कही, लेकिन सियासी गलियारों में खिचड़ी पकने लगी है। तमाम कयास लगाए जाने लगे हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर नीतीश इतनी जल्दी समागम छोड़कर क्यों गए?

    गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंत्री विनय चौधरी भी आए और बिना संबोधन के मुख्यमंत्री के साथ चले गए। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंच पर मौजूद रहे।

    मंच पर कौन-कौन?

    उपमुख्यमंत्री के अलावा मंच पर हम पार्टी के संस्थापक केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार सरकार में मंत्री संतोष सुमन, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व टेकारी से विधायक डॉ. अनिल कुमार, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर, सभी विधायक व पार्टी के वरीय नेता मंच पर मौजूद रहे।

    मांझी ने दलित समागम को किया संबोधित

    जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में भूमिहीन परिवार को पांच डिसमिल जमीन व केंद्र सरकार जैसा मकान बना कर दे रही है वैसा मकान बना कर बिहार सरकार दे। अभी तीन डिसमिल जमीन व मकान के नाम पर छोटा-छोटा घर दे रही है।

    मांझी ने कहा कि सभी लोग एकजुट होकर अपने लिए काम करने वालों को आने वाले चुनाव में चुनिए। मांझी ने कहा, बिहार सरकार ने अभी तक जितने भूमिहीन परिवारों को जमीन का पर्चा दिया है, उसमें से 70 प्रतिशत जमीन दूसरे के कब्जे में है। इसे हटाकर पर्चाधारी को जमीन पर कब्जा सरकार दिलाए। केंद्र सरकार लोगों के लिए विकास का काम कर रही। बिहार में भी काम हुआ है। युवा लोग आंबेडकर के बताए रास्ते पर आगे चलें।

    इससे पहले, गुरुवार को दलित समागम को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जीतन राम मांझी के बेटे ने तैयारियां का जायजा लिया था। उस दौरान उन्होंने दावा किया कि राज्य के सभी जिले से दलित, वंचित एवं अनुसूचित जातियों के करीब एक लाख लोग रैली में शामिल होंगे।

    संतोष सुमन ने यह भी बताया था कि दलित समागम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, हम के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, राष्ट्रीय लोक मार्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा सहित एनडीए के प्रमुख नेता शामिल होंगे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार, प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण आदि भी उपस्थित थे।

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