Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार में यूथ के लिए Startup Idea; यूनिवर्सिटी दे रही 10 तकनीक की ट्रेनिंग, मोटे अनाज से बनेगा काम

    Bihar Animal Sciences University बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय जल्द ही मोटे अनाज से व्यंजन बनाने का लोगों को प्रशिक्षण देगा। विश्वविद्यालय अपनी इस ट्रेनिंग में ठेकुआ खीर और अन्य उत्पाद बनाने की 10 तरह की तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इच्छुक व्यक्ति इसके लिए विश्वविद्यालय के साथ एमओयू कर सकते हैं। यह प्रशिक्षण मोटे अनाज से स्टार्टअप शुरू करने में मददगार होगा।

    By Pintu Kumar Edited By: Yogesh Sahu Updated: Thu, 17 Apr 2025 08:18 PM (IST)
    Hero Image
    मोटे अनाज से व्यंजन बनाना सिखाएगा पशु विज्ञान विश्वविद्यालय

    जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: मोटे अनाज से बने व्यंजन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। बाजार में बहुत तेजी से मोटे अनाज से बने व्यंजनों की मांग भी बढ़ रही है।

    निजी और सरकारी स्तर पर मोटे अनाज को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। अगर आप भी मोटे अनाज से विभिन्न तरह के उत्पाद बनाकर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से जल्द ही मोटे अनाज का ठेकुआ, खीर, इडली के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

    बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग ने हाल ही में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की 10 तकनीक विकसित की है।

    इन व्यंजनों के बनाने की दी जाएगी जानकारी

    बासु (बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय) मिलेट ठेकुआ, मिलेट खीर, छेने के पानी का सूप, छेने के पानी से बना लाली पाप, बेलग्रामी, पनीर का आचार, बटेर के अंडे का आचार, जैसे कई व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इन व्यंजनों को बनाने के लिए जो तकनीक है उसे बताया जाएगा।

    कैसे लें ट्रेनिंग

    जो भी व्यक्ति मोटे अनाज के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग लेना चाहते हैं, वे विश्वविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

    इसके लिए उन्हें विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करना होगा। अलग-अलग राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाना सीखने के लिए लोगों के आवनेदन आ रहे हैं।

    विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के बनाने की तकनीक बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रोसेसिंग इकाई में विकसित की गई है। प्रोसेसिंग इकाई में तैयार व्यंजन विश्वविद्यालय के कर्मी के लिए बिक्री के लिए भी उपलब्ध है। जो भी व्यंजन यहां तैयार किए जा रहे हैं वो पोषक तत्वों से भरपूर है। - डॉ. सुषमा कुमारी, एचओडी, पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग

    यह भी पढ़ें

    भीषण गर्मी में भी कैसे रहता है मटके का पानी ठंडा, कोई जादू नहीं सिंपल साइंस है इसकी वजह

    गर्मियों में रहना है कूल और रिफ्रेशिंग, तो इस रेसिपी से बनाएं ताजे आमों का रसीला आमरस