Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar NDA में सीटों के बदलाव की संभावना, सामने आई घटक दलों की इनसाइड स्टोरी; समझिए पूरा गेम

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 05:02 PM (IST)

    एनडीए विधानसभा सम्मेलनों में घटक दलों की सक्रियता का मूल्यांकन किया जा रहा है। शुरुआती आकलन में उम्मीदवारी का पहलू प्रमुख है जहां जदयू और भाजपा कार्यकर्ता अधिक सक्रिय हैं। सीट निर्धारण न होने से कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी है। सम्मेलनों में 2025 में 225 और फिर से नीतीश का नारा चल रहा है और नई योजनाओं की चर्चा हो रही है।

    Hero Image
    एनडीए के विधानसभा सम्मेलनों के माध्यम से घटक दलों की सक्रियता का हो रहा आकलन

    राज्य ब्यूरो, पटना। एनडीए के विधानसभा सम्मेलनों के माध्यम से घटक दलों की सक्रियता का काफी सूक्ष्मता के साथ आकलन किया जा रहा है। विधानसभा सम्मेलन में घटक दल के कार्यकर्ताओं की मौजदूगी उनके अपने-अपने एंगल से दिख रही। वैसे मुख्यालय स्तर से जो टीम बनी है उसमें शामिल नेता विधानसभा सम्मेलनों में जरूर पहुंच रहे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आरंभिक आकलन में उम्मीदवारी का एंगल

    विधानसभा सम्मेलन की मॉनिटरिंग काफी सूक्ष्मता से करा रहे एक बड़े घटक के वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि आरंभिक आकलन में उम्मीदवारी का एंगल अधिक दिखता है सम्मेलन में।

    जिस विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के घटक दल अपनी उम्मीदवारी को लेकर सक्रिय हैं वह उनके कार्यकर्ता अधिक दिखते हैं। पार्टी के संभावित प्रत्याशियों की भी सक्रियता दिखती है। मुख्यालय से गए घटक दल के प्रतिनिधि के साथ वह अपनी दावेदारी की बात भी करते दिखते हैं।

    जदयू और भाजपा के लोग अन्य तीन घटक दलों से अधिक सक्रिय

    एनडीए के विधानसभा सम्मेलन के केंद्र में यह बात थी कि सभी घटक दलों के वोट को पूरी ताकत के साथ एनडीए प्रत्याशी के लिए स्थानांतरित किया जाए। एनडीए घटक दल के बड़े नेता भी इसे ही केंद्र में रख घूम रहे, मगर जमीनी हाल यह है कि जदयू और भाजपा के कार्यकर्ताओं की ही मौजूदगी विधानसभा सम्मेलन में अधिक है।

    अन्य तीन दलों क्रमश: लोजपा (रामविलास), रालोमो और हम के कार्यकर्ता विधानसभा सम्मेलन में अपेक्षाकृत कम आ रहे। इस बारे में भी एनडीए के स्तर पर बात हो रही।

    सीटों के बदलाव की संभावना से भी उत्साह प्रभावित

    एनडीए के वरिष्ठ नेता ने बताया कि सम्मेलन में एनडीए के कार्यकर्ता तो जरूर आ रहे पर बहुत जगहों पर यह दिखा कि सीट तय नहीं होने की वजह से उनका उत्साह प्रभावित है। यह चर्चा है कि कई जगहों पर एनडीए के बीच सीटें बदल सकती हैं। इस कारण कार्यकर्ताओं में अभी असमंजस का भाव है।

    2025 में 225 और फिर से नीतीश का नारा ही चल रहा

    एनडीए के विधानसभा सम्मेलन नेतृत्व को लेकर पूरी स्पष्टता है। हर सम्मेलन में एनडीए के सभी घटक दल के नेता इस नारे को आगे कर रहे कि 2025 में 225 और फिर से नीतीश।

    इसके लिए अलावा हाल ही में नीतीश कुमार ने जो नयी योजनाएं शुरू की हैं उसकी खूब चर्चा हो रही। इनमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन की बढ़ी राशि और 125 यूनिट मुफ्त बिजली विशेष रूप से शामिल है।

    यह भी पढ़ें- बिहार में महागठबंधन की 'तिकड़ी' पर संकट के बादल, बुरा फंसे राहुल-तेजस्वी और मुकेश सहनी!

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: सीतामढ़ी की सियासत में वैश्य समीकरण बन रहा निर्णायक धुरी, इस बार कौन मारेगी बाजी?

    comedy show banner
    comedy show banner