Bihar Politics: मुकेश सहनी ने चुनाव से पहले खेला दांव, इन लोगों को हर महीने 5000 रुपये देने का एलान
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक दलों की घोषणाएं जारी हैं। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी ने मछुआरा दिवस पर मल्लाहों को लीन सीजन में प्रति माह 5000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। सहनी ने मल्लाहों को नीली क्रांति का नायक बताते हुए कहा कि सरकार बनने पर उन्हें यह सहायता दी जाएगी क्योंकि नीति में उनका भी हिस्सा होना चाहिए।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के पहले बिहार में एक ओर जहां मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण को लेकर राजनीति चरम पर है वहीं मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दलों की घोषणाओं का दौर भी जारी है। भाजपा, जदयू से लेकर राजद कांग्रेस तक चुनाव में अपने मतदाताओं के लिए कई घोषणाएं कर चुके हैं।
अब इसी कड़ी में महागठबंधन की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी ने मछुआरा दिवस के मौके पर मल्लाहों को लीन सीजन में हर महीने पांच हजार रुपये प्रति महीने आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को अपने एक्स हैंडल पर इस संबंध में एक पोस्ट डाली है।
मुकेश सहनी ने पोस्ट में मल्लाहों को नीली क्रांति का नायक बताते हुए लिखा है कि नीली क्रांति के नायकों को राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
उन्होंने लिखा कि हमारी सरकार बनने पर मल्लाहों को लीन सीजन में प्रतिमाह पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी, क्योंकि नदी में जिनका बसेरा है, नीति में उनका भी हिस्सा होना चाहिए।
बिहार अपना हक और अधिकार छीनने को तैयार : मुकेश सहनी
विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ विपक्ष के नेताओं ने पटना में विरोध मार्च निकाला। इस मार्च में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव के साथ दीपंकर और वामदलों के अन्य नेता शामिल हुढए। इनके साथ ही विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने भी मार्च में शामिल हुए और उन्होंने बंद समर्थकों को संबोधित भी किया।
सहनी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में मतदाता पुनरीक्षण कार्य कर गरीबों को वोट देने से रोकने की बड़ी साजिश है। चुनाव आयोग और भाजपा को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि राशन कार्ड और आधार कार्ड को आप भले मान्यता न दें, लेकिन यह तय है कि आपका षड्यंत्र बिहार में चलने वाला नहीं है।
बिहार की जनता के साथ महागठबंधन के सभी साथी इसका मजबूती से सामना करने के लिए तैयार हैं। यह लड़ाई अभी आगे भी जारी रहेगी और हम लोग अपने हक और अधिकार के लिए मजबूती से आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग करते हुए कहा कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य वापस लिया जाए।
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