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    वो असहज हो जाते... इसलिए पप्पू और कन्हैया को राहुल के मंच पर चढ़ने नहीं दिया, सामने आई INSIDE STORY

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 07:13 PM (IST)

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मंच पर पप्पू यादव को न चढ़ने देने के मामले के बाद कांग्रेस पार्टी भरपाई में जुटी है। पार्टी ने पप्पू यादव को दिल्ली बुलाया है जहां वे राहुल गांधी से मिलेंगे। पप्पू ने कहा कि उन्हें बुरा नहीं लगा क्योंकि उनका नाम सूची में नहीं था लेकिन समर्थकों में नाराजगी है। इंटरनेट मीडिया पर तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

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    तेजस्वी सहज रहें, इसलिए पप्पू और कन्हैया को राहुल के मंच पर जाने से रोका गया

    राज्य ब्यूरो, पटना। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के अस्थायी मंच पर निर्दलीय सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) को न चढ़ने देने के मामले के तूल पकड़ने के बाद अब भरपाई का प्रयास किया जा रहा है।

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    सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि कांग्रेस केंद्रीय कार्यालय से पप्पू यादव को बुलावा आया है। वह जल्द ही राहुल गांधी से मिलने दिल्ली जाएंगे। समर्थक नाराज हैं, लेकिन पप्पू कह रहे हैं कि उन्हें बुरा नहीं लगा, क्योंकि मंच पर रहने वालों की जो सूची बनी थी, उसमें उनका नाम नहीं था।

    पप्पू के समर्थकों में नाराजगी

    पप्पू ने कहा कि वह तो मंच पर चढ़ना भी नहीं चाहते थे, बस यह देखना चाह रहे थे कि राहुल गांधी ठीक से चढ़ गए हैं या नहीं। हालांकि, पप्पू के समर्थकों में इस घटना को लेकर नाराजगी है। इंटरनेट मीडिया पर इस घटना के लिए राहुल गांधी के बदले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को जवाबदेह ठहराया जा रहा है।

    कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को भी मंच पर चढ़ने से रोका गया था। इसकी जवाबदेही भी तेजस्वी यादव पर थोपी जा रही है, क्योंकि तेजस्वी हमेशा पप्पू यादव और कन्हैया कुमार के साथ मंच साझा करने से परहेज करते रहे हैं। ऐसे कई अवसर आए, जब उन्होंने इन दोनों के साथ मंच साझा करने से मना कर दिया।

    क्या तेजस्वी हैं कारण?

    इन दोनों के मंच पर रहने से तेजस्वी असहज हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव को तेजस्वी यादव के विरोध के कारण ही कांग्रेस का टिकट नहीं मिल सका था। तेजस्वी ने बीमा भारती को राजद का उम्मीदवार बनाया, जिनकी बुरी हार हुई।

    निर्दलीय सांसद बनने के बाद से पप्पू लगातार कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। नौ जुलाई के बिहार बंद के दौरान भी उन्होंने कांग्रेस का झंडा थाम रखा था। हालांकि, पप्पू यादव स्वयं को तेजस्वी से बड़ा मानते हैं। वे कहते हैं- तेजस्वी जब बच्चे थे, मैं विधायक बन गया था।

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