Bihar Voter List: SIR में मृत घोषित करने पर चीफ इलेक्शन ऑफिसर के पास पहुंचे मिंटू पासवान, मिला ये जवाब
पटना में मतदाता सूची के पुनरीक्षण में मिंटू पासवान को मृत बताकर नाम हटाने पर विवाद हो गया। भाकपा (माले) ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की। सीईओ ने बीएलओ से बात की जिन्होंने गलत पहचान के कारण नाम कटने की बात कही। मिंटू पासवान का फार्म-6 पहले ही बीएलओ द्वारा स्वीकार किया जा चुका है।

राज्य ब्यूरो, पटना। मतदाता-सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में मिंटू पासवान को मृत बताकर आरा विधानसभा क्षेत्र से उनका नाम हटा दिया गया है। मिंटू पासवान का फार्म-6 लेकर भाकपा (माले) का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) से मिला।
प्रतिनिधिमंडल ने माले की ओर से अधिकृत शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार मिंटू पासवान का फार्म-6 पहले ही उनके बीएलओ द्वारा स्वीकार किया जा चुका है। स्पष्ट है कि उनका नाम अंतिम मतदाता-सूची में दर्ज किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व माले के राज्य सचिव कुणाल ने किया। मीडिया प्रभारी कुमार परवेज, आरा के सचिव कयामुद्दीन अंसारी, विशेश्वर पासवान, अगिआंव के विधायक शिवप्रकाश रंजन, संतोष सहर आदि उनके साथ थे।
कुणाल ने कहा कि फार्म-6 राजनीतिक दलों के बीएलए-2 द्वारा अग्रसारित कर बीएलओ को सौंपा जाता है तो वही अधिकृत शिकायत मानी जाती है। हालांकि, फार्म-6 में बीएलए के लिए हस्ताक्षर या अनुमोदन का कोई कालम नहीं है। इससे भ्रम और असमंजस की स्थिति है। हमारी ओर से लगातार शिकायतें दर्ज कराई जा रहीं, लेकिन निर्वाचन आयोग के आधिकारिक रिकार्ड में ब्योरा शून्य है।
सीईओ ने बताया कि शिकायत उचित फार्मेट में नहीं है। इसी कारण वह राजनीतिक पार्टियों के खाते में दर्ज नहीं है। मिंटू पासवान के प्रकरण में सीईओ ने अपने फोन से संबंधित बीएलओ से बात की।
उन्होंने पूछा कि कैसे मृत घोषित कर दिया गया? बीएलओ ने बताया कि किसी दूसरे मिंटू कुमार का नाम था, उनकी जगह इस मिंटू पासवान का नाम कट गया।
मिंटू पासवान ने अपना फार्म-6 सीईओ महोदय को देने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कहा कि जाकर बीएलओ को ही दे दें। उनका फार्म-6 स्वीकार किया जा चुका है।
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