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    Lalu Yadav के 'सिंबल पॉलिटिक्स' ने डाली I.N.D.I.A में फूट! गठबंधन धर्म का आईना दिखा ये क्या कह गए कांग्रेस नेता

    Updated: Sat, 23 Mar 2024 09:05 PM (IST)

    महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हुए लाल यादव ने कई राजद नेताओं में सिंबल बांट दिया है। लालू यादव के इस फैसले के बाद कांग्रेस में आवाज मुखर होने लगी है। कांग्रेस के क्षुब्ध नेताओं के असंतोष का विस्फोटक कभी भी हो सकता है। परंपरागत सीट छीनने पर औरंगाबाद के पूर्व सांसद निखिल कुमार ने राजद द्वारा गठबंधन धर्म नहीं निभाने को लेकर सख्त चेतावनी दी है।

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    लालू यादव की सिंबल पॉलिटिक्स पर बवाल। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन दलों से बातचीत किए बगैर राजद की ओर से लोकसभा की सीटों का एकतरफा बंटवारे को लेकर कांग्रेस मुखर होने लगी है। कांग्रेस के क्षुब्ध नेताओं का असंतोष विस्फोटक हो सकता है।

    शनिवार कांग्रेस की परंपरागत सीट को दोबारा छीनने को लेकर औरंगाबाद के पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने पटना आवास पर शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजद द्वारा गठबंधन धर्म नहीं निभाने को लेकर सख्त चेतावनी दी।

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    कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा- निखिल की जीत पक्की

    कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के समक्ष राजद द्वारा एकतरफा टिकट बांटने का जमकर विरोध किया। औरंगाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि वह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। वहां पर हर हाल में निखिल कुमार कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे और उनकी जीत सुनिश्चत भी है।

    निखिल का दावा- कांग्रेस प्रत्याशी को ही मिलेगा टिकट 

    इधर, औरंगाबाद के मतदाताओं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव को लेकर निखिल कुमार ने बताया कि वह आश्वत हैं कि औरंगाबाद की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को ही टिकट मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजद के एकतरफा टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस आलाकमान को सभी बातों से अवगत करा दिया गया है।

    राजद की मनमानी से महागठबंधन को होगा नुकसान

    निखिल ने स्वीकार किया कि राजद द्वारा औरंगाबाद की सीट पर बिना कांग्रेस की राय के टिकट बांटने पर भारी आक्रोश दिखने लगा है। औरंगाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा है कि राजद की मनमानी से महागठबंधन को वहां नुकसान उठाना पड़ सकता है। वे राजद के इस कदम का विरोध कर रहे हैं।

    गठबंधन धर्म का हुआ उल्लघंन

    इसे लेकर निखिल कुमार ने भी कहा कि राजद द्वारा पांच वर्ष पहले औरंगाबाद में ऐसी ही गलती हुई है। औरंगाबाद कांग्रेस की परंपरागत सीट है और वहां गठबंधन धर्म का उल्लंघन हुआ है।

    नामांकन में अब भी पांच दिन बाकी...

    उन्होंने कहा कि नामांकन में अभी पांच दिन शेष है। अभी तक पार्टी की ओर से सीटों को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है। अभी बिहार में कांग्रेस की सीटों पर पार्टी आलाकमान को निर्णय लेना है कि वह कितने और कौन-कौन लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी उतारेगी।

    निखिल आलाकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही आलाकमान का आदेश मिलता है वहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से सहयोग से पार्टी के झोली में एक सीट डालने में सभी लोग जुट जाएंगे।

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