Bihar: 'नीतीश बोले-आप रहिए या चले जाइए', मांझी का पलटवार-अब हम देंगे बाहर से धक्का; 18 को लेंगे बड़ा फैसला
Jitan Ram Manjhi हम के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार की साथ छोड़ने का फैसला जनता की आवाज थी। हमने उनके सामने जिन बातों को रखा उसे नजरअंदाज किया गया। जनता की आशा से कुठाराघात हो रहा था जो हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।

पटना, जागरण डिजिटल। HAM प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे व मंत्री संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद बिहार के सियासी गलियारों में फिर से हलचल मच गई है। अपने फैसले को लेकर बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि हमने इतने दिन उन्हें (नीतीश कुमार) देखा-परखा, फिर जाकर यह निर्णय लिया कि अब इन्हें छोड़ना ही पड़ेगा।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा प्रमुख मांझी (HAM) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने मुख्यमंत्री (Nitish Kumar) से कहा कि पांच एकड़ जमीन रखने वाले किसानों की बिजली माफ कीजिए। मेरी बात नहीं सुनी गई। किसान हमसे कहते हैं कि जब बात नहीं सुनी गई तो क्यों आप नीतीश कुमार के साथ हैं।
#WATCH हमने इतने दिन उन्हें देखा परखा फिर जाकर यह निर्णय लिया कि अब इन्हें छोड़ना ही पड़ेगा। यह जनता की आवाज़ थी। नीतीश कुमार को हमने अपनी बातें कही, उन्होंने कहा कि पार्टी में आ जाएं या फिर बाहर चले जाएं। चाहे ललन सिंह हो, तेजस्वी यादव हो या नीतीश कुमार हो मुझे किसी से व्यक्तिगत… pic.twitter.com/RMCdkVSETY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023
उन्होंने आगे कहा कि जिन बातों को हमने नीतीश कुमार के सामने रखा, उससे बिहार का भविष्य बदल जाता लेकिन वे हमारी बात टालते रहें।
बिहार का फाइनेंस चौपट कर दिया
मांझी ने बिहार में बढ़ते क्राइम को लेकर भी सीएम को घेरा। उन्होंने कहा कि आज बालू नीति, शराब नीति के चलते बिहार की वित्त व्यवस्था चौपट है। हमारे गरीब तबके के लोग इससे ज्यादा जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने बार-बार ये मुद्दे उठाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तब लोग यही कहने लगे कि क्यों टिके हैं ? नीतीश कुमार को छोड़िए। इसके बाद हमने फैसला किया कि इनको छोड़ना ही पड़ेगा। ये जनता की आवाज थी। हमने तय किया कि इनका साथ छोड़कर हम बाहर से धक्का देंगे, जिससे हमारी कही गई बातों पर ये फैसला लें।
विधायकों की बैठक में अलग होने का लिया फैसला
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी विधायकों ने नीतीश कुमार के सामने समस्या रखी। इस पर नीतीश कुमार ने साफ-साफ कह दिया कि आप पार्टी में रहिए या बाहर चले जाइए। फिर हमारे विधायकों ने बैठक में तय किया कि अब अलग हो जाना चाहिए।
18 तारीख को कार्यकारिणी की बैठक
उन्होंने आगे कहा कि हमने 18 तारीख को हम के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (HAM Executive Meeting) बुलाई गई है। इसके बाद बताएंगे कि आगे क्या फैसला होगा।
हम प्रमुख ने यह भी कहा कि चाहे ललन सिंह हो, तेजस्वी यादव हो या नीतीश कुमार हो मुझे किसी से व्यक्तिगत परेशानी नहीं है लेकिन जनहित के साथ समझौता नहीं होगा। जनता की आशा से कुठाराघात हो रहा था, जो हमलोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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