Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: गृह मंत्री अमित शाह से मिले जीतन राम मांझी, इस बात को लेकर जताई नाराजगी

    Updated: Mon, 28 Apr 2025 08:57 PM (IST)

    जीतन राम मांझी ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की जिसे बिहार चुनाव 2025 के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बैठक में एनडीए की रणनीति और हम पार्टी के लिए टिकटों के बंटवारे पर चर्चा हुई। मांझी ने ताड़ी पर प्रतिबंध को लेकर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।

    Hero Image
    गृह मंत्री अमित शाह से मिले जीतन राम मांझी, चुनाव पर चर्चा

    राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सोमवार को नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात को औपचारिक बताया गया, मगर बिहार चुनाव (Bihar Election 2025) को देखते हुए इसे अहम माना जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मांझी ने कहा कि इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। इसको लेकर पांच से छह दिन पहले ही सांसद संजय जायसवाल से हमारी बात हो चुकी है। इसमें बताया गया है कि जून के आखिरी या जुलाई में एनडीए में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी, जिसमें सभी घटक दल बैठकर विचार-विमर्श करेंगे।

    मांझी ने कहा कि उन्होंने अमित शाह को आश्वस्त किया है कि बिहार में इस बार एनडीए चुनाव में जीत दर्ज करेगा। इसके साथ ही उन्होंने एक सांसद की पार्टी होते हुए भी केंद्रीय कैबिनेट में जगह देने के लिए प्रधानमंत्री और उनका आभार भी जताया।

    मांझी ने अमित शाह से मुलाकात के दौरान बिहार में हाल ही में गठित बीस सूत्री समिति में उनकी पार्टी को दरकिनार किए जाने पर नाराजगी भी जताई।

    उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के चार विधायक हैं, इस हिसाब से दस से बाहर प्रखंडों में हमारी हिस्सेदारी होनी चाहिए थी। मांझी ने बताया कि इस पर अमित शाह ने भरोसा दिया कि वह इस संबंध में बात कर जल्द समाधान निकालेंगे।

    तेजस्वी को जब ताड़ी पर प्रतिबंध हटाना था तो लगाया क्यों: मांझी

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने ताड़ी के बहाने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जुबानी हमला बोला है। मांझी ने एक्स पर लिखा- लालू जी के परिवार की अजब लीला है। तेजस्वी जब सरकार में उपमुख्यमंत्री थे तो ताड़ी पर प्रतिबंध लगाकर लाखों ताड़ के पेड़ को कटवा दिया।

    बेगुनाह पासी समाज के लोगों पर जुल्म करवाया गया और अब जब चुनाव का समय आ गया तो कंधे पर लबनी बांधकर कहते फिर रहे हैं कि ताड़ी पर से प्रतिबंध हटाएंगे। जब प्रतिबंध हटाना ही था तो लगवाया क्यों? बताइए न जी।

    पासी समाज के साथ साजिश कर रहे तेजस्वी: जदयू

    दूसरी ओर, जदयू ने कहा है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पासी समाज के लोगों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा, हिमराज राम और मीडिया पैनलिस्ट महेश दास ने सोमवार को कहा कि तेजस्वी यादव द्वारा ताड़ी को शराबबंदी से बाहर करने की घोषणा पासी समाज को बहकाने की एक साजिश है। पा

    सी समाज के सशक्तिकरण के लिए नीतीश सरकार ठोस उपाय कर रही है। सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 32938 ताड़ी व्यवसायी परिवारों में से 30823 परिवारों को वैकल्पिक आजीविका दी गई है। नीरा उत्पादन कार्यक्रम के माध्यम से 50,477 ताड़ी कारोबारियों को सम्मानजनक रोजगार उपलब्ध कराया गया है।

    अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के माध्यम से शिक्षा, छात्रवृत्ति, रोजगार, आवास एवं सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में ठोस और ऐतिहासिक कदम उठाए गए।

    जदयू के प्रवक्ताओं ने कहा कि राजद ने शराब कंपनियों से 46.64 करोड़ रुपये का चंदा लिया। तेजस्वी का असली एजेंडा गरीबों और महिलाओं के दर्द पर शराब माफियाओं की जेब भरना है। शराबबंदी से यदि कोई समाज सबसे अधिक सशक्त हुआ है तो ये गरीब, कमजोर वर्ग के लोग और आम महिलाएं हैं। ये लोग राजद शासन को देख चुके हैं। तेजस्वी कुछ भी कर लें, पासी समाज उनके बहकावे में आने वाला नहीं है।

    ये भी पढ़ें- Bihar Politics: एनडीए के CM फेस पर कुशवाहा ने भी लगा दी अपनी मुहर, तेजस्वी के लिए कह गए ऐसी बात

    ये भी पढ़ें- Bihar Politics: राजद के पास 5 तो कांग्रेस के पास 4 मेंबर, तेजस्वी ने जीत ली लीडरशिप की पहली जंग