Gopal Khemka Murder: मोबाइल से सुलझेगी गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी! पुलिस के हाथ लगे अहम सबूत
पटना में गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिस शूटर उमेश यादव और मास्टरमाइंड अशोक साव से पूछताछ कर रही है। पुलिस जमीन विवाद की वजह जानने के लिए अशोक साव से लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जमीन के कागजात और मोबाइल रिकॉर्ड को भी जाँच में शामिल किया है। पुलिस खेमका के परिजनों से भी पूछताछ कर रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड (Gopal Khemka Murder Case) में संलिप्त शूटर उमेश यादव और मास्टरमाइंड अशोक साव बुधवार तक पुलिस रिमांड पर हैं। गोपाल खेमका की किस जमीन या प्लॉट के लिए हत्या की गई थी, वजह जानने से के लिए पुलिस अशोक साव से लगातार पूछताछ कर रही है।
अब तक करोड़ों की जमीन खरीद-बिक्री के पेपर और अशोक के मोबाइल में मिले साक्ष्य को भी पुलिस उसके सामने रख चुकी है, ताकि यह पता चल सके कि किस भूमि या प्लॉट के लिए अशोक ने हत्या की साजिश रची थी।
घटना के बाद पुलिस ने गोपाल खेमका के पास से मिले एक मोबाइल को जब्त किया था। उस मोबाइल से भी कई अहम जानकारी मिली है। अब पुलिस उनके दूसरे मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए स्वजनों से लेगी, ताकि अन्य साक्ष्यों को जुटाया जा सके।
अशोक साव के करीबियों से पूछताछ के साथ ही पुलिस गोपाल खेमका के स्वजनों से भी बातचीत कर चुकी है। पूछताछ के लिए पुलिस के पास अब बुधवार दोपहर तक का समय बचा हुआ है। इसके बाद शूटर और मास्टरमाइंड को वापस बेउर जेल भेजना होगा। जरूरत पड़ी तो पुलिस अशोक साव से दोबारा पूछताछ कर सकती है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो अशोक और गोपाल खेमका के बीच मनमुटाव के कई कारण सामने आए हैं। इसमें जमीन की खरीद-बिक्री की बात भी सामने आ रही है। अब तक पुलिस ने 40 से अधिक जमीन और प्लॉट के कागजातों की जांच के साथ ही उनसे जुड़े लाेगों से भी पूछताछ की है।
पुलिस अब आठ से दस जमीन या प्लॉट की स्क्रूटनी कर रही है। इसमें एक जमीन दनियावां की भी बताई जा रही है।
एसआईटी से जुड़े अधिकारी का कहना है कि अशोक साव और गोपाल खेमका के बीच कब से और क्या विवाद हुआ, यह करीब-करीब स्पष्ट हो चुका है। साथ ही जिस जमीन के विवाद में बात हत्या तक पहुंच गई, उसके बारे में भी कुछ अहम साक्ष्य मिले हैं। कुछ और कड़ी जुड़ना बाकी है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि हत्याकांड में कुछ और लोगों की संलिप्तता है ।
रेकी वाले स्थान पर भी आरोपित को साथ ले गई थी पुलिस
पूछताछ के साथ ही पुलिस तकनीकी जांच में जो साक्ष्य मिले थे, उसके आधार पर पुलिस शूटर उमेश को उन स्थानों पर भी ले गई थी, जहां से रेकी की गई थी। घटना को अंजाम देने के लिए अशोक और उमेश जिस मोबाइल और सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे, उसका आखिरी लोकेशन और सीडीआर रिपोर्ट भी सामने रखा गया।
वॉयस रिकार्डिंग से जुड़ी जानकारी भी पुलिस ने हासिल की है। इसमें अशोक ने किसी से बातचीत के दौरान खेमका का भी नाम लिया था। वह जिससे बात कर रहा था, उसके बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिली है।
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