14 करोड़ की लागत से विकसित होगा पटना का 26 हजार साल पुराना तालाब, पर्यटकों को मिलेंगी ये सुविधाएं
पटना सिटी में स्थित गांधी सरोवर (मंगल तालाब) जल्द ही एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में उभरेगा। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा लगभग 14 करोड़ की लागत से 25 एकड़ में फैले इस क्षेत्र का विकास किया जाएगा। यहां नौका विहार लेजर शो और फूड जोन जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी जो इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनाएगा।

अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। लगभग 26 हजार साल पुराना गांधी सरोवर (मंगल तालाब) जल्द ही पटना साहिब में विकास की एक नई मिसाल बन कर उभरेगा। 25 एकड़ में फैले काजू के आकार वाले इस तालाब और आसपास के क्षेत्र को विकसित करने के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
निगम के कार्यपालक अभियंता करुणेश कुमार सिंह ने बताया कि 1405.37 लाख रुपए से तैयार परियोजना को प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। योजना अनुसार तालाब और क्षेत्र के विकसित होते ही पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
तालाब किनारे ऐतिहासिक बिहार हितैषी पुस्तकालय, अतिप्राचीन खानकाह इमादिया है। देश-विदेश से चल कर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब आने वाले सिख व अन्य पर्यटकों के लिए यह क्षेत्र आकर्षक, रोचक, मनोरंजक, ज्ञानवर्धक, स्वास्थ्यवर्धक, रमणीक स्थल के रूप में उभर कर सामने आएगा।
पन्ना लाल यादव मुक्ताकाश मंच के साथ ही सरोवर के चारो ओर निर्मित भवनों का भी जीर्णोद्धार कर इसे जन उपयोगी बनाया जाएगा। बच्चों, युवाओं, महिलाओं, वृद्धों सभी के लिए यह क्षेत्र बेहद खास बन जाएगा। राजधानी पटना में विकसित होने वाले कई स्थलों में गांधी सरोवर क्षेत्र अनूठा होगा। लोग यहां सपरिवार खिंचे चले आएंगे।
सरोवर में नौका विहार, लेजर शो, म्युजिकल झरना
गांधी सरोवर परिसर को विकसित करने के साथ ही उसका सौंदर्यीकरण होगा। राजधानी के इको पार्क की तरह गांधी सरोवर में पर्यटकों के लिए नौका विहार शुरू होगा। इसमें रंग-बिरंगी रोशनी वाला म्युजिकल झरना बनेगा। सरोवर के चारो ओर दर्शकों के बैठने के लिए सुविधाजनक गैलरी होगी।
भारतीय संगीत के साथ बिहार के लोक गीत व संगीत पर पानी का फव्वारा थिरक कर दर्शकों को आनंदित करेगा। सरोवर के खुले आकाश पर लेजर शो होगा। भारतीय एवं बिहार की परंपरा, संस्कृति, गौरवशाली इतिहास और सुनहरे भविष्य की झलक लेजर के माध्यम से दिखायी जाएगी।
हर किसी को स्वस्थ बनाएगा विकसित क्षेत्र
योजना के अनुकूल गांधी सरोवर का विकास हुआ तो यह क्षेत्र हर किसी को शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक रूप से स्वस्थ बनाएगा। बच्चों के लिए पार्क, युवाओं के लिए ओपेन जिम, हर किसी के लिए जागिंग के साथ वाकिंग ट्रैक, योगा स्थल विकसित होगा।
रंग-बिरंगे फूलों वाले बगीचे के साथ हर्बल उद्यान भी होगा। बगीचा का आनंद उठाने के लिए गार्डेन चेयर के साथ छतरी वाले सीमेंटेड चेयर की व्यवस्था होगी। शुक्र गुलजार व शनि बहार जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
120 फीट ऊंचा तिरंगा बढ़ाएगा गौरव
गांधी सरोवर परिसर में उत्तर के द्वार से प्रवेश करते ही 120 फीट ऊंचा तिरंगा लहराता मिलेगा। यह भारतीय होने के गौरव का अहसास कराएगा। बच्चों व युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित करेगा।
उड़ती चिड़ियां व सुनहरी मछली बढ़ाएगी आकर्षण
गांधी सरोवर के पूर्वी प्रवेश द्वार पर पांच सुनहरी मछलियों की स्थायी आकृति परिसर का आकर्षण बढ़ाएगी। आपस में अटखेलियां करती ये मछलियों बच्चों को खूब भाएगी।
उत्तर के प्रवेश द्वार पर लगे कलात्मक खुले पिंजरे से बाहर निकल कर आकाश की ओर जाती तीन सुनहरी चिड़ियों की कलाकृति हर किसी के लिए अनूठी होगी। परिसर की दीवार को कलात्मक तरीके से सजाया जाएगा।
सुरक्षा के बीच होगा फूड जोन व पार्किंग
यहां आने वाले पर्यटकों को पारंपरिक एवं स्वादिष्ट पकवान परोसने के लिए फूड प्लाजा व कार्नर बनाए जाएंगे। वाहनों की सुरक्षित पार्किंग के लिए गेट के समीप ही पार्किंग स्थल विकसित होगा।
सरोवर के उत्तरी गेट के पास प्रशासनिक भवन होगा। चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ सुरक्षा कर्मियों की तैनाती होगी।
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