उर्दू पढ़ने के इच्छुक लोगों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा, इस दिन से कर सकते हैं आवेदन; नीतीश सरकार ने किया बड़ा एलान
नीतीश सरकार ने एक और बड़ा एलान कर दिया है। बिहार सरकार ने उर्दू सीखने के इच्छुक सरकारी कर्मचारियों और अन्य लोगों के लिए मुफ्त ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। यह प्रशिक्षण 8 अप्रैल से शुरू होगा और इसकी अवधि 70 दिनों की होगी। प्रशिक्षण के बाद सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 1 अप्रैल 2025 है।

राज्य ब्यूरो, पटना। उर्दू का ज्ञान न रखने वाले वैसे सरकारी अधिकारी और कर्मचारी जो उर्दू लिखना-पढऩा चाहते हैं सरकार ने उनके लिए अब आनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था की है।
मंत्रिमंडल सचिवालय के उर्दू निदेशालय की ओर से इस प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। जिसके लिए इच्छुक लोगों से पहली अप्रैल 2025 तक आवेदन मांगे गए हैं।
मंत्रिमंडल सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार उर्दू का ज्ञान राज्य सरकार के सभी कार्यालय, केंद्रीय कार्यालय में गैर उर्दू भाषी पदाधिकारी-कर्मचारी इस पाठ्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।
कोर्स पूरी तरह मुफ्त होगा और इसकी अवधि करीब 70 दिनों की होगी। प्रशिक्षण सत्र आठ अप्रैल 2025 से प्रारंभ होगा।
इस दिन इस टाइम पर चलेगा क्लास
- विभाग के अनुसार, उर्दू प्रशिक्षण अवकाश के दिनों को छोड़कर प्रत्येक सोमवार, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को होगा। जो दोपहर एक से तीन बजे से चलेगा।
- सरकारी अधिकारी-कर्मचारी के अलावा पत्रकार, साहित्यकार, वकील, शिक्षक, समाजसेवी और विद्यार्थी भी यह कोर्स निशुल्क कर सकेंगे।
- प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद उर्दू निदेशालय आनलाइन परीक्षा आयोजित करेगा। परीक्षा में सफल होने वाले प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
इफ्तार के लिए एक घंटे पहले विद्यालय छोड़ेंगे मुस्लिम शिक्षक
शिक्षा विभाग ने रमजान के महीने को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम शिक्षकों और कर्मचारियों को विशेष राहत प्रदान करने का निर्णय लिया है।
विभाग ने मुस्लिम टीचर के स्कूल आने-जाने और कर्मियों के कार्यालय की टाइमिंग में बदलाव किया है। इसके तहत, मुस्लिम शिक्षकों को एक घंटा पहले स्कूल से छुट्टी मिल सकेगी।
वहीं, शिक्षा विभाग के कार्यालयों में मुस्लिम कर्मचारी एक घंटा पहले दफ्तर आकर, निर्धारित समय से एक घंटा पहले जा सकेंगे।
इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) को इस संबंध में पत्र भेजा है।
शिक्षा निदेशक ने कहा है कि रमजान के दौरान मुस्लिम कर्मचारी, पदाधिकारी, शिक्षक एक घंटा पूर्व कार्यालय आ सकते हैं और एक घंटा पहले घर जा सकते हैं।
बता दें कि बड़ी संख्या में मुस्लिम कर्मी और शिक्षक रमजान के दौरान रोजा रखते हैं। शिक्षक संगठनों ने राज्य के प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक समेत अन्य सरकारी स्कूलों में काम कर रहे मुस्लिम शिक्षकों एवं कर्मियों को रमजान के महीने में एक घंटा पहले छुट्टी करने की मांग की थी। जिला शिक्षा पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने इस पत्र के आलोक में तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
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