FIITJEE पर बच्चों की फीस हड़पने की आरोप, जांच में जुटी पुलिस; आरोपितों से मांगे इन 4 सवालों के जवाब
उत्तर भारत में कई जगहों पर फिटजी कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो जाने से छात्र और उनके अभिभावकों में आक्रोश में पटना में संचालित फिटजी के सेंटर भी बंद हो गए हैं। अभिभावकों का कहना है कि कोचिंग सेंटर द्वारा अप्रैल महीने में शुरू होने वाले कोर्स के लिए भी छात्रों का नामांकन कर पैसे ले लिए गए थे। इस पूरे मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

जागरण संवाददाता, पटना। कक्षाएं रद कर रातोंरात कोचिंग सेंटर खाली करने के आरोपित फिटजी संचालक को कोतवाली थाने की पुलिस ने चार प्रश्न ईमेल से भेज कर पांच दिनों के भीतर उनके जवाब मांगे हैं। शनिवार यानी आज जवाब देने की आखिरी तिथि है।
ईमेल आरोपित निदेशक डीके गोयल, सीईओ मनीष आनंद, सीएफओ राजीव बब्बर और आरके ठाकुर को भेजा गया है। फिटजी का मुख्य कार्यालय मुंबई में है, पुलिस मामले की जांच के लिए मुंबई भी जा सकती है।
अप्रैल से शुरू होने वाले कोर्स में भी एडमिशन
डीएसपी विधि-व्यवस्था-प्रथम कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि प्राथमिकी कर ली गई है। अभिभावकों से जानकारी मिली कि अप्रैल में नए कोर्स की शुरुआत होने वाली थी, उसमें नामांकित बच्चों से भी शुल्क वसूल लिए गए थे।
वहीं, जिन बच्चों से पहले पैसे लिए गए, उनका कोर्स भी पूरा नहीं हुआ है। पता लगाया जा रहा है कि कोचिंग संस्थान के संचालकों ने किन परिस्थितियों में ऐसा किया और भविष्य की योजना क्या है? इसके बाद अनुसंधान को दिशा मिलेगी।
संचालकों के विरुद्ध प्राथमिकी
बताया जाता है कि पिछले रविवार को चार और अभिभावक शिकायत लेकर पहुंचे थे। उन्हें बताया गया कि पहले ही फिटजी कोचिंग संस्थान और उसके संचालकों के विरुद्ध प्राथमिकी कर ली गई है।
हालांकि, केस डायरी में उनके नाम का भी जिक्र किया जाएगा। पूरी जानकारी पाने के लिए कोतवाली थाने की पुलिस ने निदेशकों और कोचिंग संस्थान के ईमेल पर चार सवाल भेजे हैं।
कोचिंग संस्थान के ईमेल पर भेजे गए 4 सवाल
- क्या पटना के सभी केंद्र बंद कर दिए गए और पढ़ाई नहीं होगी?
- क्या जिन छात्रों से शुल्क वसूला गया था, उन्हें कोर्स पूरा कराया जाएगा या रुपये लौटाए जाएंगे?
- आधा-अधूरा कोर्स छोड़ने पर छात्रों की पढ़ाई की क्षतिपूर्ति कैसे होगी?
- जब संस्थान को बंद ही करना था तो आगामी कोर्स के लिए शुल्क क्यों वसूला?
मुंबई भी जा सकती है पुलिस टीम
इन सारे सवालों के जवाब देने के लिए संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों को पांच दिनों का वक्त है दिया है। संस्थान का मुख्य कार्यालय मुंबई में होने की जानकारी मिली है। जवाब नहीं मिलने पर पुलिस मुंबई भी जाएगी। वित्तीय लेन-देन पर भी टीम गहनता से जांच कर रही है।
पटना में फिटजी के दो सेंटर कंकड़बाग और फ्रेजर रोड में संचालित किए जा रहे थे, दोनों ही सेंटर खाली हैं। केवल बिहार ही नहीं कई राज्यों में फिटजी ने अचानक अपने सेंटर बंद कर दिए हैं।
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