दिल्ली-NCR में फिटजी के कई सेंटरों पर लगा ताला, सैकड़ों छात्रों की पढ़ाई पर संकट; अभिभावक पहुंचे थाने
फिटजी के दिल्ली गाजियाबाद और नोएडा केंद्रों के अचानक बंद होने से छात्र और अभिभावक परेशान हैं। लाखों रुपये फीस जमा होने के बाद भी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। शिक्षकों को भी कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। इस कारण कई सेंटरों को बंद कर दिया गया है। अभिभावकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। फिटजी केंद्र में आईआईटी में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहे छात्र और अभिभावकों ने एकाएक केंद्र बंद करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि इससे उनकी पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है। लाखों रुपये फीस जमा है और केंद्र की ओर से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
दिल्ली में लक्ष्मी नगर का केंद्र, गाजियाबाद और नोएडा के केंद्र बंद हुए हैं। गाजियाबाद और नोएडा में एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। केंद्रों के शिक्षकों ने कहा है कि उन्हें एक साल में छह महीने की सैलरी नहीं दी गई थी। वह दूसरे संस्थानों में चले गए। इसके बाद फिटजी के केंद्रों में ताले लग गए।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती है फिटजी
फिटजी पूरे भारत में कोचिंग संस्थानों की एक श्रृंखला है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती है। नोएडा के सेक्टर 62 में फिटजी केंद्र के प्रबंधन के खिलाफ सेक्टर 58 पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गई है। गाजियाबाद के कवि नगर इलाके में कोचिंग सेंटर के अधिकारियों के खिलाफ भी एक और रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सोमवार से केंद्र का ताला बंद
लक्ष्मीनगर केंद्र के खिलाफ प्रीत विहार थाने में अभिभावकों ने शिकायत की है। प्रभावित छात्रों के अभिभावकों ने नाराजगी व्यक्त की है, क्योंकि उन्होंने पहले ही संस्थान को काफी बड़ी रकम का अग्रिम भुगतान कर दिया था। लक्ष्मी नगर शाखा में पढ़ने वाले एक छात्र के पिता मुकेश कुमार ने कहा, रविवार को आखिरी कक्षा लगी थी। सोमवार से केंद्र का ताला बंद है। केंद्र हेड का मोबाइल फोन बंद है।
वेतन न मिलने से कई शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
तालाबंदी से पहले हमें कोई जानकारी नहीं दी गई है। मेरा बेटा 11वीं कक्षा में है और लगभग दो लाख फीस में जमा कर चूका हूं। फीस कैसे वापस होगी और आगे की पढ़ाई कैसे होगी, कोई जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि अपने बेटे के शिक्षकों से संपर्क करने पर, पता चला कि वेतन न मिलने के कारण कई शिक्षकों ने इस्तीफा दे दिया है और दूसरे प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान में शामिल हो गए हैं।
अभिभावकों ने पुलिस में दी शिकायत
एक अन्य अभिभावक ने कहा, केंद्र बंद होने के बाद बड़ी संख्या में अभिभावक मौके पर पहुंचे थे। सभी कर्मचारी और अधिकारियों के नंबर बंद थे। हमने प्रीत विहार थाने में शिकायत की है। उन्होंने कहा, मैंने अपने बच्चे के लिए चार साल के तैयारी पाठ्यक्रम के लिए 3.40 लाख रुपये का भुगतान किया, जो 11वीं कक्षा में है। हमें बताए बिना अचानक केंद्र बंद हो गया।
स्टाफ की कमी के कारण सेंटर बंद
नाम न बताने की शर्त पर अभिभावक ने कहा, पहले तो हमने इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा, लेकिन बाद में हमें लगा कि स्टाफ की कमी के कारण सेंटर बंद हो गया है। अब एक अन्य कोचिंग संस्थान हमसे संपर्क कर रहा है, जहां शिक्षक शामिल हुए हैं, और हमें इस पर विचार करना पड़ सकता है, क्योंकि कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है। हमारे बच्चों का भविष्य दांव पर है।
पांच महीने से शिक्षकों को वेतन नहीं
नाम न बताने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि वेतन के अनियमित भुगतान के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। पिछले एक साल में हमें वेतन रुक-रुक कर मिला है। करीब पांच महीने का वेतन अभी भी बकाया है। हमने सेंटर हेड से बकाया भुगतान करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि शीर्ष प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्टता नहीं है। शिक्षक ने कहा, जो अब दूसरे संगठन में शामिल हो गए हैं।
शिक्षक ने कहा, कोई एक संस्थान में नहीं गया है, सबने अलग-अलग संस्थानों में ज्वाइन किया है। सभी के खर्चे हैं और बगैर सैलरी के घर चलाना मुश्किल हो रहा है। शीर्ष प्रबंधन से पूछने पर कोई जानकारी नहीं दी और अखिरकार मजबूर होकर हमें संस्थान छोड़ने का कदम उठाना पड़ा।
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