बिहार में ईआरपी साल्यूशन से लैस होंगे आठ सरकारी मेडिकल कॉलेज
विभाग के जानकारों के अनुसार ईआरपी साल्यूशन की व्यवस्था बहाल होने से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में छात्रों के नामांकन उनकी शैक्षणिक उपलब्धि शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक गतिविधियां अनुसंधान की आनलाइन मानीटरिंग हो सकेगी। बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम के प्रस्ताव के बाद सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में तीन करोड़ रुपये संबंधित सॉफ्टवेयर की खरीद के लिए स्वीकृत किए हैं।

राज्य ब्यूरो पटना। प्रदेश के आठ सरकारी मेडिकल कालेज अस्पतालों में शैक्षणिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए सरकार इन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को ईआरपी (इंटर प्राइजेज रिसोर्स प्लानिंग) से लैस करेगी। ईआरपी साल्यूशन खरीद पर करीब 14.77 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ईआरपी साल्यूशन खरीद का प्रस्ताव दिया था। विभाग के जानकारों के अनुसार ईआरपी साल्यूशन की व्यवस्था बहाल होने से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में छात्रों के नामांकन, उनकी शैक्षणिक उपलब्धि, शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक गतिविधियां, अनुसंधान की आनलाइन मानीटरिंग हो सकेगी। इसके अलावा फैकल्टी की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियां, उनकी उपस्थिति, आंतरिक और वाह्य परीक्षा, राज्य के मेडिकल कॉलेजों से उत्तीर्ण छात्रों का फॉलोअप मेडिकल काउंसिल में छात्रों का रजिस्ट्रेशन और कॉलेज से सूचनाओं का आदान-प्रदान, भविष्य में छात्रों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन इस व्यवस्था के तहत आ सकेंगे।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिन आठ सरकारी मेडिकल कॉलेजों के ईआरपी साल्यूशन से लैस किया जाएगा उनमें पटना मेडिकल कॉलेज, पटना, जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज भागलपुर, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलावा एएनएमसीएच गया, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर, एनएमसीएच पटना, गवर्नमेंट मेडिकल कालेज बेतिया और जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मधेपुरा शामिल हैं। बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम के प्रस्ताव के बाद सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में तीन करोड़ रुपये संबंधित सॉफ्टवेयर की खरीद के लिए स्वीकृत किए हैं।
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