Patna Crime: शेयर ट्रेडिंग और प्रोजेक्ट में मोटे मुनाफे का झांसा देकर बनाया शिकार, 11 लोगों से 75 लाख की ठगी
बिहार में साइबर ठगों ने राजधानी पटना में शेयर ट्रेडिंग और प्रोजेक्ट में निवेश का झांसा देकर 11 लोगों से 75 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साइबर ठगों के नए हथकंडों से सावधान रहें और किसी भी तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचें।

जागरण संवाददाता, पटना। साइबर ठगो ने शेयर ट्रेडिंग, प्रोजेक्ट में रुपये निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा, डेबिट कार्ड कैंसिल, केवाईसी अपडेट और एप डाउनलोड कराकर 11 लोगों से 75 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों की शिकायत पर साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर इन सभी मामलों की जांच कर रही है।
पटना निवासी युवती के मोबाइल नंबर को टेलीग्राम एप पर बने ग्रुप से जोड़ा गया। वहां ट्रेडिंग में मुनाफा का पाठ पढ़ाया गया। विश्वास दिलाने के लिए शुरू में तीन चार हजार रुपये का मुनाफा दिया गया।
इसके बाद युवती ठगों के जाल में फंस गई। ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के चक्कर में उन्होंने 23 लाख रुपये ठगों के खाते में भेज दिया।
जब राशि निकालने का प्रयास किया तब ठगों ने कहा कि खाते का सत्यापन होगा और इसके लिए आपको 25 प्रतिशत राशि देना होगा।
इस तरह ठग उनसे अलग-अलग मद में भुगतान करने को कहते रहे। उन्हें एहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी की शिकार हो गई हैं। इसी तरह एक युवक ने जॉब के लिए एक वेबसाइट पर सर्च किया।
वहां उसे एक प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए कहा गया। युवक ने प्रोजेक्ट शुरू करने के नाम पर 18.56 लाख का भुगतान कर दिया।
इसके बाद उनसे छह लाख रुपये की और मांग की गई। ताकि भुगतान की गई राशि की निकासी की जा सके। ठगी का एहसास होने पर साइबर थाने में केस किया।
इसी तरह रामकृष्ण नगर निवासी युवक को फोन कर शेयर ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर 1.44 लाख, गांधी मैदान निवासी युवती से 5.60 लाख की ठगी कर ली गई।
ट्रेडिंग कराने का लालच देकर ठगा
वहीं, शास्त्रीनगर निवासी युवक को टास्क पूरा कर मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। साथ में एक यूपीआई लिंक शेयर किया गया।
ठगों ने उन्हें पैसे निवेश का मुनाफा का झांसा दिया और उनसे 88 हजार रुपये की ठगी कर ली। खांजेकला निवासी युवक से एक एप इंस्टाल कराकर ट्रेडिंग शुरू कराया गया।
उनसे ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा निवेश करने के लिए निजी कंपनी के खाता नंबर का दिया गया। वह ठगों के जाल में फंसकर 12 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
फिर कहा गया कि आपका पैसा फ्रीज हो गया। तब उन्हें एहसास हुआ और पता चला कि एप फर्जी था। इसी तरह खगौल निवास युवक से 9.33 लाख और रूकनपुरा निवासी युवक से एप डाउनलोड कराकर उनके खाते से 1.69 लाख की निकासी कर ली गई।
ओटीपी पूछकर खाते से कर ली निकासी
आलमगंज निवासी युवती को फोन कर डेबिट कार्ड कैंसिल करने के लिए एप डाउनलोड कराया। कुछ देर बाद उनके खाते से 82 हजार की निकासी कर ली गई।
बेउर निवासी युवक को फोन कर क्रेडिट कार्ड के लिए ई-केवाइसी कराने को कहा गया। वाट्सएप काल कर ठगों ने उनसे बातचीत की और ओटीपी पूछकर उनके खाते से 1.37 लाख की निकासी कर ली।
सरकारी योजना में लाभ का झांसा देकर ठगी
युवती के पास अंजान नंबर से फोन आया। उसने अपना नाम बताया और बोला कि प्रधानमंत्री योजना के तहत आपका 9 हजार रुपया आया है। आपका पैसा आपके खाते में जाएगा।
इसके लिए एक लिंक भेजा जा रहा है। उसे क्लिक करते ही पैसा मिल जाएगा। वह ठगों की बातों में आ गई और लिंक पर क्लिक कर दिया। कुछ देर बाद उनके खाते से 22 हजार ठगों के खाते में ट्रांसफर हो गया।
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