OBC विरोधी बताने पर BJP को मिला जवाब, कांग्रेस ने गिनाए 8 नाम; एक तो बिहार के 10वें मुख्यमंत्री थे
Bihar Politics बिहार की सियासत इन दिनों नए रंग लेती जा रही है। अब पिछड़ा वर्ग को लेकर सियासी बयानबाजी तेज होती दिख रही है। दरअसल भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद ने कांग्रेस को पिछड़ा वर्ग विरोधी बताया था। अब कांग्रेस ने इस बयान को लेकर पलटवार किया है। ऐसे में नई सरकार बनने के बाद एक बार फिर जाति की राजनीति तेज हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, पटना। विधान पार्षद प्रेम चंद्र मिश्रा ने भाजपा नेता सुशील मोदी द्वारा कांग्रेस को पिछड़ा विरोधी बताने पर आपत्ति प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें सही जानकारी नहीं। उन्हें पता होना चाहिए कि पिछड़ा वर्ग के पहले मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय थे, जिन्हें कांग्रेस ने वहां तक पहुंचाया।
उसी तरह मुस्लिम वर्ग से अब्दुल गफूर और अनुसूचित जाति से भोला पासवान शास्त्री उदाहरण हैं। कांग्रेस ने सभी वर्ग के नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया।
कांग्रेस ने इन नामों को भी गिनाया
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर आज निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे हैं, जो अनुसूचित जाति से आते हैं।
कर्नाटक (सिद्दारमैया), तेलंगाना (रेवन्थ रेड्डी) के मुख्यमंत्री पद पर पिछड़ा वर्ग के नेता हैं। हाल-फिलहाल तक राजस्थान (अशोक गहलोत), छत्तीसगढ़ (भूपेश बघेल) के मुख्यमंत्री पद पर भी पिछड़ा वर्ग के नेता थे।
भाजपा पर सवाल भी दागा
भाजपा पर अंगुली उठाते हुए उन्होंने सुशील मोदी से पूछा कि क्या कारण है कि आज तक संघ प्रमुख के पद पर अनुसूचित जाति का कोई आदमी नहीं बैठा? बंगारू लक्ष्मण को भाजपा अध्यक्ष पद से क्यों हटाया गया?
उन्होंने भाजपा पर पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाया और पूछा कि क्या यह सच नहीं कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार को भाजपा ने गिराया? एक प्रश्न यह भी कि भाजपा ने जाति आधारित गणना का विरोध क्यों किया?
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