'जातीय जनगणना पर विपक्ष जबरन श्रेय लेने का कर रहा पाखंड', मंत्री विजय चौधरी का सियासी हमला
Vijay Chowdhary Caste Census जदयू नेता विजय चौधरी ने कहा कि जातीय जनगणना का श्रेय विपक्ष जबरन ले रहा है जबकि इसकी शुरुआत और नेतृत्व नीतीश कुमार ने किया। विपक्ष की भूमिका केवल समर्थन देने तक सीमित थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने 2019-20 में जातीय जनगणना की मांग उठाई थी और बिहार विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया गया था।

राज्य ब्यूरो, पटना। Caste Census: जदयू के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने गुरुवार को कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर विपक्ष जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा, जबकि सच यह कि इसकी पहल और बिहार में इसका संपूर्ण नेतृत्व नीतीश कुमार द्वारा किया गया।
विपक्ष की भूमिका मात्र समर्थन देने तक सीमित रही है। जदयू प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा भी इस मौके पर मौजूद थे।
नीतीश कुमार ने उठाई थी मांग
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय की शुरूआत और क्रियान्वयन दोनों नीतीश कुमार द्वारा किया गया। समर्थन देने और किसी पहल की शुरुआत करने में गहरा अंतर होता है।
वर्ष 2019-20 में सबसे पहले नीतीश कुमार ने यह मांग उठायी थी कि वर्ष 2021 की जनगणना जातीय आधार पर हो। इस विषय पर बिहार विधानसभा से सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किया गया था। उस समय प्रदेश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह चुनौतीपूर्ण काम न केवल सुचारू ढंग से हुआ, बल्कि समयसीमा के भीतर इसके आंकड़े भी सार्वजनिक कर दिए गए। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि देश में जातीय जनगणना कराए जाने के निर्णय का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। वहीं, इसकी आधारशिला रखने का श्रेय सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को है।
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