Tejashwi Yadav: 'जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाकी है', अब तेजस्वी ने कर दी 10 और डिमांड
पीएम मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जाति जनगणना का एलान कर मास्टरस्ट्रोक खेला है। विपक्षी दलों की मांग को पूरा करते हुए केंद्र सरकार के इस फैसले को भाजपा मास्टरस्ट्रोक बता रही है जबकि विपक्षी दल इसे अपनी जीत बता रहे हैं। तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार के सामने 10 नई मांगें रखी हैं और कहा है कि जातिगत जनगणना तो शुरुआत है।

डिजिटल डेस्क, पटना। Tejashwi Yadav on Caste Census: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने जाति जनगणना का मास्टरस्ट्रोक खेलकर विपक्ष से बड़ा मुद्दा को छीन लिया है। बता दें कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लगातार जातिगत जनगणना कराने की मांग उठा रहे थे लेकिन केंद्र सरकार इसमें देरी कर रही थी। हालांकि, अब केंद्र सरकार ने बिहार चुनाव से ठीक पहले जाति जनगणना का एलान कर सभी को चौंका दिया है।
मोदी सरकार के इस एलान को जहां भाजपा मास्टरस्ट्रोक बता रही है तो वहीं विपक्षी दलों में भी इसकी क्रेडिट लेने की होड़ लग गई है। कांग्रेस के नेता जहां राहुल गांधी को श्रेय दे रहे हैं तो वहीं आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की जीत बता रहे हैं।
इस मामले पर अब तेजस्वी यादव खुद भी एक्टिव होकर अपने एक्स हैंडल पर ताबड़तोड़ पोस्ट कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने इस बार पोस्ट करते हुए केंद्र सरकार के सामने 10 डिमांड रख दी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाकी है। चलिए आपलोगों को बताते हैं कि आखिर तेजस्वी ने कौन सी 10 डिमांड रख दी है।
तेजस्वी यादव ने की 10 डिमांड
- विशेष राज्य का दर्जा
- विशेष पैकेज
- पिछड़ों/अति पिछड़ों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र
- निजी क्षेत्र में आरक्षण
- ठेकेदारी में आरक्षण
- न्यायपालिका में आरक्षण
- मंडल कमीशन की शेष सिफारिशों को लागू करेंगे
- आबादी के अनुपात में आरक्षण देंगे
- बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा
- बिहार के लिए विशेष पैकेज
कम से कम चुल्लू भर पानी मे नाक रगड़ लें, तेजस्वी का हमला
इससे पहले भी तेजस्वी ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। तेजस्वी यादव ने लिखा कि कम से कम चुल्लू भर पानी मे उन लोगो को नाक तो रगड़ ही लेनी चाहिए जो राजद और तेजस्वी यादव के जातिगत जनगणना को देश-समाज तोड़ने वाला बताते थे और अब मोदी जी के जातिगत जनगणना कराने को मास्टर स्ट्रोक बता रहे है |
मोदी के हर गलत निर्णय को तुम सही साबित करने में लग जाते हो? मोदी की हर गलती और नफरत को ढकने में लग जाते हो और तेजस्वी के नौकरी रोजगार और नया बिहार बनाने के सकारात्मक, न्यायप्रिय, प्रगतिशील, समतावादी और विकासशील एजेंडे को नकारते हो?
एक मिनट के लिए राजनीति को साइड करके ठंडे दिमाग से सोचो कि मोदी की विभाजनकारी राजनीति के चक्कर मे तुम कितने रीढ़विहीन और गुलाम हो चुके हो कि तुममें सच को सच और गलत को गलत कहने का साहस तक नही रहा ,आखिर शर्म क्यों नही आती खुद पर? कोई तुम्हारे जितना मानसिक गुलाम कैसे हो सकता है?
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