BPSC TRE Result 2023: हिंदी में 16.92 व उर्दू में 8.2% सीटों पर ही सफल, फारसी में भरीं सबसे कम सीटें
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा फल इस शर्त के साथ प्रकाशित की गई है कि नियुक्ति के लिए काउंसिलिंग के समय आनलाइन आवेदन करते समय समर्पित वांछित शैक्षणिक प्रशैक्षणिक आर्हता संबंधी प्रमाण पत्रों की जांच उसकी मूल प्रति से की जाएगी।

जयशंकर बिहारी, पटना। BPSC TRE Result 2023: बिहार लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को उच्च माध्यमिक के 30 में से 16 विषयों का परिणाम जारी कर दिया है। इन 16 विषयों में कुल 23 हजार 863 रिक्तियां हैं, जिसके विरुद्ध छह हजार 81 अभ्यर्थी ही सफल घोषित किए गए हैं। कुल 25.48 प्रतिशत सीटों पर ही अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। यह स्थिति तब है, जब सभी श्रेणी के न्यूनतम कटआफ को आयोग ने शिथिल कर दिया है।
सबसे कम फारसी में 1.63 प्रतिशत ही योग्य अभ्यर्थी मिले हैं। सिर्फ अंग्रेजी में ही आधी से अधिक सीटों पर नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। वहीं हिंदी में 16.92 फीसदी, उर्दू में 8.2, बांग्ला में 3.7, समाज शास्त्र में 11, प्राकृत में 7.5 तथा संस्कृत में 8.2 प्रतिशत सीटों पर ही परिणाम जारी किया गया है। उच्च माध्यमिक के 57 हजार 602 पदों के लिए लगभग 40 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। वहीं, माध्यमिक के 32 हजार 916 पदों के लिए लगभग 60 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं।
उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थी पर्याप्त संख्या में नहीं मिले
प्रो. ध्रुव कुमार के अनुसार राज्य में एसटीईटी परीक्षा के नियमित आयोजन के अभाव में उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थी पर्याप्त संख्या में नहीं मिले हैं। लगभग सात बाद 2019 में एसटीईटी का आयोजन किया गया था। इसके बाद पिछले माह एसटीईटी का आयोजन किया गया है। एसटीईटी या टीईटी का आयोजन शिक्षा विभाग के निर्देश पर ही आयोजित किया जाता है।
काउंसिलिंग में वाटरमार्क वाले प्रमाण पत्र ही होंगे मान्य
आयोग ने स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थियों द्वारा काउंसिलिंग के आनलाइन फार्म भरते समय अपलोड किए गए कागजात व दस्तावेज डाउनलोड कर सत्यापन के समय सक्षम प्राधिकार या प्रशासी विभाग को उपलब्ध कराएंगे। अभ्यर्थी दस्तावेज डाउनलोड करेंगे तो उसमें स्वत: रजिस्ट्रेशन सहित वाटरमार्क अंकित रहेगा।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि सफल अभ्यर्थी ने यदि आनलाइन आवेदन करते समय ऐसा कोई वांछित कागजात या प्रमाण पत्र आयोग के पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है तो राजपत्रित पदाधिकारी से दस्तावेज को सत्यापित कर पुन: शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित तिथि तक आयोग के पोर्टल पर अपलोड करें। इसके बाद आयोग के पोर्टल से संबंधित दस्तावेज को डाउनलोड करेंगे, जिसपर आयोग का वाटरमार्क अंकित होगा। इसे ही काउंसिलिंग में प्रस्तुत करें।
विषय | रिक्ति | सफल | अभ्यर्थी प्रतिशत |
रसायन शास्त्र | 4799 | 1072 | 22.33 |
भौतिकी शास्त्र | 3022 | 682 | 22.56 |
अर्थशास्त्र | 997 | 406 | 40.72 |
भूगोल | 1033 | 279 | 27.00 |
दर्शनशास्त्र | 170 | 47 | 27.64 |
मनोविज्ञान | 2015 | 99 | 4.91 |
समाजशास्त्र | 1434 | 158 | 11.00 |
बांग्ला | 27 | 1 | 3.70 |
अंग्रेजी | 3535 | 2323 | 65.71 |
हिंदी | 3221 | 545 | 16.92 |
मैथिली | 158 | 48 | 30.37 |
पाली | 29 | 7 | 24.13 |
फारसी | 305 | 5 | 1.63 |
प्राकृत | 80 | 6 | 7.50 |
संस्कृत | 1289 | 258 | 20.00 |
उर्दू | 1749 | 145 | 8.2 |
कुल | 23,863 | 6081 | 25.48 |
इस स्थिति में स्वत: रद हो जाएगा परीक्षा फल व पात्रता
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा फल इस शर्त के साथ प्रकाशित की गई है कि नियुक्ति के लिए काउंसिलिंग के समय आनलाइन आवेदन करते समय समर्पित वांछित शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक आर्हता संबंधी प्रमाण पत्रों की जांच उसकी मूल प्रति से की जाएगी।
इसमें असफल होने पर संबंधित अभ्यर्थी की पात्रता एवं परीक्षाफल दोनों स्वत: रद हो जाएंगे। ऐसे अभ्यर्थी आगामी परीक्षाओं से होंगे वंचित : आयोग के अनुसार जांच के क्रम में यदि किसी अभ्यर्थी की दिव्यांगता का दावा सही नहीं या निर्धारित मानक से कम होने पर उन्हें कदाचार की श्रेणी में रखा जाएगा।
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