BPSC का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद करने की मांग
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरनास्थल पर सात दिनों से अनशन कर रहे हैं लेकिन आयोग और प्रशासन की ओर से कोई बातचीत नहीं की गई। अभ्यर्थियों की प्रमुख मांग है कि एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से आयोजित किया जाए।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) का घेराव करने बुधवार की शाम पहुंचे अभ्यर्थियों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर इधर-उधर कर दिया। अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरनास्थल पर सात दिनों से अनशन के बावजूद आयोग व प्रशासन की ओर से बातचीत की पहल नहीं किए जाने से आक्रोशित थे। गर्दनीबाग धरनास्थल से सैकड़ों अभ्यर्थियों हनुमान मंदिर राजवंशी नगर के पास एकत्रित होकर आयोग कार्यालय के लिए हाथ जोड़कर मार्च की।
ललित भवन के पास अभ्यर्थियों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया। अभ्यर्थी वहीं पर धरना देने के लिए बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को भगा दिया। छात्रों के साथ कई कोचिंग संस्थान के शिक्षक भी मौजूद थे।
#WATCH | Patna | Aspirants hold protest against the Bihar Public Service Commission (BPSC) demanding re-exam of 70th BPSC Examination. pic.twitter.com/AqZuapo38g
— ANI (@ANI) December 25, 2024
सचिवालय डीएसपी ने कहा कि अभ्यर्थी बगैर पूर्व सूचना के प्रतिबंधित जोन में प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें गर्दनीबाग धरनास्थल पर वापस जाने के लिए समझाया गया। अधिसंख्य अभ्यर्थी लौट भी गए थे, इसमें से कुछ बेली रोड के पास ही धरना पर बैठ गए। इससे विधि-व्यवस्था में परेशानी होनी लगी।
अभ्यर्थियों का कहना है कि एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रद कराने की मांग को लेकर गर्दनीबाग में सात दिनों से ठंड में अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके आयोग अभ्यर्थियों की मांग पर विचार या संवाद करने के बजाए उन्हें उपद्रवी और असमाजिक तत्व बता रहे हैं।
अभ्यर्थियों की प्रमुख मांग:
- एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को रद कर नए सिरे से आयोजन किया जाए।
- प्रश्न पत्र की तैयारी से लेकर परीक्षा आयोजित कराने की पूरी प्रक्रिया की गहन जांच हो
- प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए एसओपी बने, ताकि छात्रों को अनावश्यक परेशानी नहीं हो
- अज्ञात लोगों के विरुद्ध किए गए एफआईआर में परीक्षार्थियों का नाम शामिल नहीं किया जाए।
लाठी डंडा छोड़ बीपीएससी अभ्यर्थियों से बात करे सरकार : कांग्रेस
शिक्षा सत्याग्रह पर बैठे बीपीएससी अभ्यर्थियों के ऊपर लाठीचार्ज की कांग्रेस ने कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही सरकार से मांग की है कि वह लाठी-डंडा छोड़कर बीपीएससी अभ्यर्थियों से बात करे।
कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बुधवार को बयान जारी कर लाठी चार्ज की निंदा करते हुए कहा कि सरकार लाठी गोली से अभ्यर्थियों के वाजिब मांग को दबाने का कुत्सित प्रयास कर रही है। लाठीचार्ज और गुंडागर्दी के जगह सरकार को बैठ कर छात्रों के साथ बातचीत करके हल निकालना चाहिए, लेकिन बार बार वें मांगों को दबाने में अपनी ऊर्जा बर्बाद कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहले छात्रों को कंफ्यूज किया गया और फिर उनके साथ पारदर्शिता नहीं बरती गई फिर आंदोलन करने पर लाठीचार्ज किया गया और डराने को उनपर मुकदमें दर्ज किए गए। अब लाठीचार्ज करके उनके आंदोलन को दबाने का यह प्रयास अक्षम्य है, इसलिए अब सरकार को आंदोलनरत छात्रों के साथ बातचीत करके अविलंब हल निकालना होगा।
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