Bihar Weather News: बिहार में आंधी-बारिश और बिजली गिरने से तबाही, 59 लोगों की मौत
बिहार में भयंकर आंधी-बारिश और बिजली गिरने से भारी तबाही हुई है। अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है। नालंदा सिवान भोजपुर गोपालगंज बेगूसराय सहित कई जिलों में पेड़ दीवार और कर्कट गिरने से जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। भोजपुर में मां-बेटा समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। इस प्राकृतिक आपदा से फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।

जागरण टीम, पटना। प्रदेश के नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, पटना, भोजपुर, सिवान, गोपालगंज, सारण, गया व जहानाबाद में वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली व आंधी कहर बन गई। वज्रपात व तेज आंधी के कारण जगह-जगह पेड़, दीवार, पुलिया और कर्कट गिरने से जानमाल का भारी नुकसान हुआ है।
इन 11 जिलों में कुल 49 लोगों की जान गई है। वहीं, उत्तर बिहार और सीमांचल के इलाकों में ऐसी ही घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। नालंदा में सर्वाधिक 22 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
जिले के बिहारशरीफ प्रखंड के नगवां गांव में देवी स्थान की दीवार पर पीपल का विशाल वृक्ष भरभराकर गिर पड़ा, जिससे वृक्ष व दीवार के मलबे से दबकर एक ही जगह छह लोगों की मौत हो गई। जिले के इस्लामपुर में बालमत बिगहा गांव के पास पुलिया धंसने से दादी, उनके दो वर्ष का पोता और नौ माह की पोती की मलबे से दबकर मौत हो गई। इन बच्चों की मां घायल हैं।
इसी तरह केवल नालंदा जिले में जगह-जगह पेड़ से दबकर अन्य 13 लोगों की मौत हो गई। पटना के मसौढ़ी के दीघवां में दीवार से दबकर महिला की मौत हो गई। अरवल-पटना सीमा पर पटना के बेदौली गांव में दीवार व पेड़ से दबकर दो की मौत की सूचना है।
शेखपुरा में अलग-अलग छह की मौत हो गई, इनमें तीन की वज्रपात व तीन की दीवार व पेड़ से दबकर मौत हुई। नवादा के अकबरपुर के हनुमानगढ़ गांव में वज्रपात से एक की मौत हो गई। भोजपुर में मां-बेटा समेत छह लोगों की मौत हुई है। इनमें वज्रपात से एक एवं दीवार व पेड़ से दबकर पांच की मौत हुई है।
भोजपुर के बड़हरा में बिहार को उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला महुली घाट-सिताबदियारा पीपा पुल तेज आंधी पानी के कारण टूट गया है। वहीं दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर आरा से बक्सर के बीच रेलवे की बिजली संचरण व्यवस्था डेढ़ घंटे ठप रही, जिससे कई ट्रेनें खड़ी हो गईं।
सिवान में वज्रपात से चार लोगों की मौत हो गई है। सारण के पानापुर में वज्रपात से दो की मौत हो गई है। गोपालगंज में झोपड़ी पर पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। जहानाबाद में वज्रपात से दो की मौत हुई है। बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में वज्रपात से किशोरी की मौत हो गई।
गया जिले के टनकुप्पा प्रखंड अंतर्गत भेटौरा पंचायत के मायापुर गांव में दीवार गिरने से आठ वर्षीय बालक की मौत हो गई। इन इलाकों में कई जगह पेड़ धराशाई हो गए। कच्चे व खपरैल घरों को भारी नुकसान हुआ है।
कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित है। जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी नहीं कटी है. उन्हें थोड़ी राहत हैं, लेकिन जिनकी फसल कटकर खेत में पड़ी हैं, उनको अधिक नुकसान हुआ है। उत्तर बिहार में ठनका व पेड़ गिरने से तीन की मौत, तीन झुलसे उत्तर बिहार में आंधी-पानी के दौरान ठनका व पेड़ गिरने से दो की मौत हो गई और चार लोग जख्मी हो गए।
गेहूं के साथ आम व लीची की फसल को नुकसान पहुंचा है। कई जगह पेड़ गिर गए। तार टूटने और फाल्ट से घंटों बिजली गुल रही। मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के कोइरिया खास गांव में आंधी में पीपल की डाल टूटकर गिरने से भीम सहनी (62 वर्ष) की दबकर मौत हो गई। इसी थाना क्षेत्र की चांदकेवारी पंचायत में गेहूं की दौनी के दौरान वज्रपात से वार्ड सदस्य सुबोध कुमार राम के पिता वैधनाथ राम (66) की मौत हो गई और तीन लोग झुलस गए।
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में आंधी से मुशहरवा के पास 33 हजार केवीए में फाल्ट आ गया। इससे क्षेत्र में पांच घंटे तक बिजली गुल रही। समस्तीपुर, सीतामढ़ी और दरभंगा में बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल में आंधी के चलते खराबी से चार फीडर से करीब 12 घंटे से विद्युत आपूर्ति बाधित रही।
दरभंगा के सोनकी थाना क्षेत्र के खोजकीपुर में शाम में वर्षा दौरान वज्रपात से घास काटने गई इंद्रजीत मंडल की 13 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी की मौत हो गई। सीमाचंल में वज्रपात से छह लोगों की और दीवार गिरने से एक की मौत पूर्व बिहार, कोसी व सीमांचल में गेहूं, मक्का, आम व लीची की फसलों को नुकसान पहुंचा है। वज्रपात से छह लोगों की और दीवार गिरने से एक की मौत हुई है।
अररिया-जमुई में दो-दो व कटिहार-भागलपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत वज्रपात से हुई है। जमुई में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई है। मधेपुरा में 12 कट्ठा में गेहूं की फसल बिजली गिरने से जल गई और कुछ घरों को भी आंधी में नुकसान पहुंचा है। पुरैनी में एक पीपल का पेड़ गिर गया है। आंधी की वजह से कुमारखंड में तीन परिवारों के घर टूट गए।
सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक
भीषण आंधी-पानी और वज्रपात से प्रदेश में 59 लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने सभी मतृकों के परिजनों तुरंत चार-चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है।
उन्होंने लोगों से यह अपील किया है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी तरह सतर्क रहें। खराब मौसम होने पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घराें में रहें और सुरक्षित रहें।
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