Bihar Weather: कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, बिहार में फिर मौसम बदलने के आसार; IMD ने जारी किया अलर्ट
प्रदेश के मौसस में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। शुक्रवार को 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज की गई। वहीं आने वाले 4-5 दिन में तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है। महीने के आखिरी में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे सकता है जिसकी वजह से तापमान में कमी आने की संभावना है। साथ ही बादल भी छाए रहेंगे।
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: आज का मौसम राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्के कोहरे का प्रभाव बना रहेगा। सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज व भागलपुर में मध्यम दर्जे का कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है।
पांच दिनों के दौरान तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। शुक्रवार को पटना सहित 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर महीने के आखिरी में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से मौसम में बदलाव की संभावना है, जिससे ठंड में इजाफा होगा।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल
- पटना- पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहने का अनुमान है।
प्रदूषण में इजाफा
प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 220 दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में भी इसमें कमी आने के आसार नहीं है।
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण मौसमी बीमारयों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है, सदर अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ लग रही है। ओपीडी में प्रति दिन लगभग 800 से लेकर 1000 मरीज अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
वहीं विभिन्न विभागों के इनडोर वार्ड में सभी बेड भरे हुए हैं। विशेषकर मरीजों की संख्या के अनुरूप यहां डॉक्टरों की कमी है। 58 स्वीकृत पदों में से यहां 44 नियमित चिकित्सक ही हैं
अस्पताल में लगी मरीजों की लंबी कतार
मरीजों से मिली शिकायत के बाद दैनिक जागरण की टीम जब इन मामलों की पड़ताल करने सदर अस्पताल पहुंची तो हड्डी और स्त्री रोग विभाग के सामने मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी। वहीं, मेडिसिन विभाग के बाहर डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश करने के लिए लोग धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे थे। चर्म
रोग विभाग, ईएनटी और नेत्र रोग विभाग में मरीजों की संख्या काफी कम थी। मरीज नहीं होने के कारण नेत्र रोग विभाग के चिकित्सक समय से पहले ही उठकर चले गए थे।
इधर मेडिसिन विभाग और हड्डी रोग विभाग में मरीजों की भीड़ को नियंत्रित करने में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों के पसीने छूट रहे थे। इस संबंध में भोजपुर सिविल सर्जन डॉ शिवेंद्र कुमार सिन्हा से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।
महिला व बुजुर्ग मरीजों की बढ़ी परेशानी
सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आए महिला और बजुर्ग मरीजों का निबंधन कराने और दवा प्राप्त करने के लिए तो अलग अलग काउंटर बनाए गए हैं, लेकिन डॉक्टर से दिखाने के लिए इन मरीजों को भी एक ही कतार में लंबे समय तक खड़ा रहना पड़ता है।
डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश करने के दौरान अक्सर धक्का मुक्की की स्थिति देखने को मिलती है, जिसके चलते महिला और बुजुर्ग मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
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