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    CM नीतीश की कुर्सी पर सदन में जोरा-जोरी, भाई वीरेंद्र के उठते ही मार्शलों की भी चढ़ी त्योरी; विस अध्यक्ष बोले हमें बर्दाश्त नहीं

    Updated: Thu, 28 Nov 2024 07:03 PM (IST)

    विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जोरदार हंगामा देखने को मिला। शून्यकाल आरंभ होने से पहले राजद विधायक ने अध्यक्ष से कहा कि सत्ता पक्ष के कई लोग अपनी सीट की जगह दूसरी सीट पर बैठे हैं। विस अध्यक्ष ने कहा कोई बात नहीं। इसके बाद RJD विधायक भी सत्ता पक्ष के लिए आवंटित सीटों की तरफ बढ़ने लगे। वहीं भाई वीरेंद्र मुख्यमंत्री की सीट के करीब पहुंच गए।

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    विधानसभा सत्र के दौरान कुर्सी पर हुआ हंगामा

    राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा में राजद ने गुरुवार को जबरदस्त हंगामा किया। हंगामे के दौरान RJD विधायक भाई वीरेंद्र मुख्यमंत्री की सीट पर जा पहुंचे और वहां बैठने का प्रयास करने लगे। हंगामे के बीच राजद के कई विधायक सत्ता पक्ष के लिए आवंटित सीट की तरफ बैठने के लिए बढ़ने लगे। सत्ता पक्ष के साथ टकराव की स्थिति उत्पन्न होते देख मार्शल बुलाए गए, जिन्होंने वीरेंद्र व राजद के अन्य विधायकों को अपने कब्जे में लेकर हटाया।

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    सदन में हो रहे हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने सदन की कार्यवाही को भोजनवकाश तक यानी दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इस हंगामे की वजह से विधानसभा में शून्यकाल और ध्यानाकर्षण नहीं हो सका।

    मुख्यमंत्री की कुर्सी के समीप पहुंचे वीरेंद्र

    दरअसल, शून्यकाल आरंभ ही होने को था कि राजद के आलोक कुमार मेहता अपनी सीट पर खड़े हो गए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मुखातिब होते हुए कहा कि वह यह सूचना दे रहे हैं कि सत्ता पक्ष के कई लोग अपनी सीट की जगह दूसरी सीट पर बैठे हैं। यह नियम के प्रतिकूल है।

    विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह कोई बात नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष की इस टिप्पणी के बाद राजद के विधायक अपनी सीट से उठकर अध्यक्ष के आसन के सामने (वेल में) आकर नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान राजद विधायक भाई वीरेंद्र मुख्यमंत्री की सीट के समीप पहुंच गए। जैसे ही वह बैठते कि मार्शलों ने उन्हें वहां से खींच लिया।

    विधानसभा अध्यक्ष ने घटना पर जताया आक्रोश

    विधानसभा अध्यक्ष ने पूरे घटनाक्रम से आक्रोशित होकर कहा कि इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके गंभीर परिणाम होंगे। इसके बाद भी मामला शांत नहीं होता देख उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी। घटना के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मौजूद नहीं थे।

    शीतकालीन सत्र के दौरान हुए हंगामे के बाद राजद विधायक मुकेश रौशन ने शेयर की तस्वीर

    चेतन आनंद और संगीता कुमारी का नाम

    आलोक मेहता ने सदन में किसी विधायक का नाम नहीं लिया था पर बाहर उन्होंने चेतन आनंद व संगीता कुमारी का नाम लिया। दोनों महागठबंधन छोड़कर नीतीश कुमार के साथ गए हैं।

    श्रवण कुमार ने RJD पर साधा निशाना

    मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजद का यह गुस्सा इस वजह से है कि उनके विधायक व विधान पार्षद लगातार हम लोगों के साथ आ रहे हैं। बुधवार को उनके एक विधान पार्षद हम लोगों के साथ आ गए। आठ अन्य लोग भी कतार में हैं।

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