बिहार के सरकारी अस्पताल में करीब 600 तरह की दवाएं मुफ्त, लगातार 11वें महीने दवा आपूर्ति में देश में अव्वल रहा प्रदेश
केंद्र सरकार के डीवीडीएमएस पोर्टल के अनुसार बिहार दवा वितरण में लगातार 11वें महीने देश में पहले स्थान पर है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार 82.13 अंकों के साथ शीर्ष पर है। राज्य में 2006 से मुफ्त दवा वितरण नीति लागू है जिसके तहत अब 611 प्रकार की दवाइयां मुफ्त उपलब्ध हैं। मरीजों को जीवन रक्षक दवाएं भी मुफ्त दी जा रही हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार के औषधि एवं टीका वितरण प्रबंधन प्रणाली (डीवीडीएमएस) पोर्टल के अनुसार, बिहार लगातार 11वें महीने दवा वितरण एवं आपूर्ति के मामले में देश में शीर्ष पर रहा है। सितंबर 2024 से लगातार 11 महीनों तक बिहार दवा आपूर्ति के क्षेत्र में देश में नंबर वन है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अनुसार, डीवीडीएमएस पोर्टल के आंकड़े बताते हैं कि बिहार 82.13 अंकों के साथ दवा वितरण में पहले स्थान पर है। जबकि राजस्थान 78.61 अंकों के साथ दूसरे और पंजाब 73.28 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2005 से राज्य में स्वास्थ्य सुधार की एक नई दिशा शुरू हुई। इसी क्रम में 1 जुलाई 2006 को कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्य में मुफ्त दवा वितरण नीति लागू की गई।
उन्होंने कहा कि 2006 में केवल 47 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध थीं, जबकि आज यह संख्या बढ़कर 611 हो गई है। इसके अलावा, 20 अन्य प्रकार की दवाइयां और 132 प्रकार के चिकित्सा उपकरण व उपभोग्य वस्तुएं भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं।
अस्पतालों में आने वाले प्रत्येक मरीज़ को उसकी आवश्यकतानुसार निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि जीवन रक्षक दवाओं से लेकर कैंसर, गठिया, अस्थमा, एलर्जी, रक्त के थक्के और एंटी-एलर्जिक जैसी जटिल बीमारियों की दवाइयां भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएँ।
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