Bihar News: कामकाज में फिसड्डी साबित हुए पटना जिले में तैनात 8 सीओ, इस जिले का प्रदर्शन रहा सबसे बेहतर
पटना जिला राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कामकाज के मासिक मूल्यांकन में बेहद खराब स्थिति में है। विभाग ने दिसंबर महीने की सीओ रैंकिंग जारी की है जिसमें पटना जिले के बिहटा को अंतिम स्थान मिला है। वहीं अंतिम से दूसरे नंबर पर भी पटना जिले का धनरूआ है। मुजफ्फरपुर जिले के पारू अंचल ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कामकाज के मासिक मूल्यांकन में पटना जिला लगातार पिछड़ रहा है। यह विभाग डीएम, एडीएम, डीसीएलआर और सीओ के कामकाज के मूल्यांकन के आधार पर मासिक रैंकिंग जारी करता है।
आठ मानकों पर होने वाले मूल्यांकन में पटना के डीएम (जिलाधिकारी) से लेकर सीओ (अंचलाधिकारी) तक की एक जैसी स्थिति है।
अंतिम स्थान पर बिहटा
- विभाग की ओर से रविवार को सीओ की रैंकिंग जारी की गई। दिसंबर की रैंकिंग में पटना जिला के बिहटा के सीओ को 534वां स्थान मिला, यह अंतिम स्थान है।
- नीचे से दूसरा स्थान भी धनरूआ को मिला, यह भी पटना जिला का है।
- पटना के अन्य अंचल नौबतपुर, दुल्हिन बाजार, दनियावां, फतुहा, बिक्रम और पुनपुन का स्थान भी 516 नंबर के बाद ही है।
मुजफ्फरपुर का प्रदर्शन बेहतर
बेहतर काम करने वाले सीओ की सूची में मुजफ्फरपुर जिले के पारू अंचल का नाम शीर्ष पर है। नवंबर में पारू चौथे नंबर पर था। इस अंचल के कामकाज में व्यापक सुधार हुआ है।
जिलों के लिहाज से देखें तो वैशाली के दो अंचलों-पातेपुर और महुआ को शीर्ष पांच में क्रमश: दूसरा और चौथा स्थान मिला है।
बांका और औरंगाबाद की स्थिति बेहतर
बांका के फुल्लीडुमर को तीसरा और औरंगाबाद के हसपुरा को पांचवां स्थान मिला है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का यह मूल्यांकन परिमार्जन प्लस, म्युटेशन, अभियान बसेरा, आधार सीडिंग, आनलाइन एलपीसी, ई मापी, जमाबंदी, सरकारी जमीन की इंट्री जैसे कार्यों के कुशल संपादन के आधार पर किया जाता है।
- कुछ अंचलों ने ऊंची छलांग लगाई है तो वहीं कुछ अंचलों के कामकाज में जबरदस्त सुधार हुआ है।
- सीतामढ़ी का बैरगिनिया अंचल नवंबर में 147 वें नंबर पर था। वह दिसंबर में 21वें नंबर पर आ गया।
- कैमूर जिला का नुआंव 103 से छलांग लगाकर 19 वें नंबर पर आ गया।
- कैमूर जिले के अधौरा को 50वां स्थान मिला है, यह नवंबर में 291वें नंबर पर था।
गया : सीओ ने लंबित कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
मोहनपुर सीओ रंजीत कुमार को फतेहपुर प्रभारी सीओ का प्रभार मिला है। बीते 11 जनवरी को फतेहपुर आकर उन्होंने सीओ पद का प्रभार लिया योगदान लेते ही सीओ ने अंचल कर्मियों के साथ बैठक कर पत्र जारी करते हुए अंचल कार्यालय में भूमि से संबंधित लंबित कार्यो को निष्पादन करने में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
सीओ के आदेश का पालन करते हुए अंचल कर्मचारी अब देर रात तक कार्यालय में रुककर काम करने लगे है। कार्य में तेजी आने से लंबित मामले की संख्या में कमी आई है।
अंचल कार्यालय में अधिकारियों की उथल- पुथल के कारण बीते चार माह से जमीनी कार्य लंबित हो गया था। चार माह के अंदर तीन सीओ अल्प समय के लिए योगदान दे चुके है।
जानकारी हो 22 फरवरी 2024 को सीओ राहुल ने योगदान दिया, व्यक्तिगत कारणों से 18 अक्टूबर 2024 को उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। 19 अक्टूबर को प्रशिक्षु वरीय अपर समाहर्ता धनराज कुमार ने योगदान दिया। सीओ के बदलाव होने को लेकर लंबे समय से अंचल में कार्य काफी लंबित हो गया।
इस कारण बीते 11 जनवरी 2025 को मोहनपुर सीओ ने जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रभारी सीओ के रूप में योगदान दिया।
सीओ ने बताया कि योगदान के बाद अंचल कर्मियों से लंबित परिमार्जन, बंदोबस्ती पर्चा, ई मापी, एलपीसी, आपदा, लोक शिकायत निवारण, आधार सीडिंग, भूमि उपलब्धता, भूमि संबंधी जानकारी, नजारत की अधतन कार्य मे तेजी लाने का निर्देश देते हुए कम समय मे सभी कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई।
काम में तेजी आने से लोगो की भीड़ में कमी आई है। एक पखवारा के अंदर लगभग सभी मामलों को निष्पादन कर दिया जाएगा। अब लोगों का सभी काम समय पर होगा। काम मे लापरवाही एवं गलत करने वाले कर्मी के उपर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
रंजीत कुमार, प्रभारी सीओ
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