Bihar Politics: राहुल गांधी की हुंकार, तोड़ देंगे 50% आरक्षण की दीवार; जल्द फोड़ेंगे 'हाइड्रोजन बम'
राहुल गांधी ने बिहार में आरक्षण पर हमला बोलते हुए 50 प्रतिशत की सीमा तोड़ने की बात कही। उन्होंने अति पिछड़ा न्याय संकल्प पत्र जारी करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा और जाति जनगणना की वकालत की। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में वोट चोरी को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का संकल्प लिया गया जिसे दलितों आदिवासियों और गरीबों के अधिकारों की चोरी बताया गया।

राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सामाजिक नीतियों और आरक्षण व्यवस्था पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि है कि उनकी पार्टी 50 प्रतिशत आरक्षण की जो दीवार बनी हुई है, उसे तोड़कर नए समावेशी विकल्प लेकर आएगी। राहुल गांधी बुधवार को अति पिछड़ा न्याय संकल्प विषयक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इससे पहले आजादी के बाद बिहार में पहली बार हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की विस्तारित बैैठक के माध्यम से कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार की विदेश नीति, कूटनीति की असफलताओं से लेकर भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी तक के मुद्दों को धार दी। साथ ही वोट चोरी को राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनाने का संकल्प भी लिया गया।
होटल चाणक्या में जनता, महिलाओं के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव व महागठबंधन के अन्य नेताओं की मौजूदगी में राहुल गांधी ने अति पिछड़ा न्याय संकल्प पत्र जारी किया। उन्होंने कहा कि यह 10 मुद्दे ही नहीं, इनके पूर्ण होने की गारंटी है।
राहुल ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में जनता के मत का इस्तेमाल कर उन्हें फेंक दिया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि संकल्प पत्र 20 वर्ष तक नीतीश कुमार ने क्यों नहीं जारी कर सके? हाइड्रोजन बम जल्द फोड़ने की बात कहते हुए राहुल ने जाति जनगणना की वकालत की।
उन्होंने कहा, संविधान में लिखा है कि हर व्यक्ति को देश की प्रगति में हिस्सा मिलना चाहिए। हमारा लक्ष्य बिहार के हर वर्ग को सही भागीदारी सुनिश्चित करना है। देश में पिछड़ी जातियों का हक छीना जा रहा है।
दूसरी ओर, सदाकत आश्रम में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में नेताओं ने अपने संबोधन में वोट चोरी को बड़ा मुद्दा बताया और कहा कि बिहार की ही तर्ज पर अब देश भर में लाखों लोगों के वोट काटने की साजिश रची जा रही है।
वोट चोरी का मतलब है- दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अति-पिछड़ा, अल्पसंख्यक, कमजोर और गरीब के राशन की चोरी, पेंशन चोरी, दवाई चोरी, बच्चों की छात्रवृत्ति और परीक्षा की चोरी। वोटर अधिकार यात्रा की वजह से बिहार की जनता में इसके बारे जागरूकता फैली और वो खुलकर कांग्रेस के समर्थन में आए हैं। वोट चोरी के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का संकल्प भी नेताओं ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में लिया।
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