Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: 'कानून अपने हाथ में लेकर लात-जूते चलाए...', संसद की घटना पर लालू की पार्टी ने केंद्र सरकार को घेरा

    संसद की घटना पर लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का बयान आया है। पूर्व सांसद और राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि दर्शक दीर्घा से संसद में कूदने वाले युवाओं के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन यह सब हिंसा फैलाने के लिए किया गया था ऐसा कहना या मानना असलियत के सामने आंख मूंदने जैसा है।

    By Arun AsheshEdited By: Mukul KumarUpdated: Thu, 14 Dec 2023 07:50 AM (IST)
    Hero Image
    सांसद और राजद नेता मनोज झा। फोटो- जागरण

    राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि दर्शक दीर्घा से संसद में कूदने वाले युवाओं के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन, यह सब हिंसा फैलाने के लिए किया गया था, ऐसा कहना या मानना असलियत के सामने आंख मूंदने जैसा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, नीलिमा नाम की लड़की का बयान है कि उसने इतनी पढ़ाई की है, लेकिन उसके लिए कोई काम नहीं है। सरकारों को आज की इस घटना को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। युवाओं में गंभीर असंतोष है। ये पेशेवर अपराधी बन रहे हैं। 2014 में मोदी जी ने प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को काम देने की गारंटी दी थी।

    उसने आगे कहा कि बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है। अगर समाधान की दिशा में गंभीर कार्रवाई नहीं की जाती है तो युवाओं के असंतोष दबाने के लिए सरकार को भविष्य में दमन का सहारा लेना पड़ सकता है।

    संसद की सुरक्षा में चूक पर कसा तंज

    संसद में आतंकी हमले की 22वीं बरसी के दिन लोकसभा की दर्शक दीर्घा से युवकों के प्रवेश के बाद प्रदेश के सत्ताधारी दल राजद ने तंज कसा है।

    राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा गया है कि याद है न नए संसद भवन की आवश्यकता, भविष्य को लेकर दूरदर्शिता और अत्याधुनिक सुरक्षा उपायों को लेकर कैसे-कैसे कसीदे पढ़े गए थे।

    वहीं, राजद सांसद मनोज झा ने कहा है कि संसद में आज 22 वर्षो बाद एक बार फिर जो हुआ, वह अत्यंत निंदनीय है और सब इसकी भर्त्सना कर रहे हैं। इस सुरक्षा चूक पर त्वरित अनुसंधान हो।

    झा ने कहा कि हमारे साथियों ने जिस प्रकार से कानून अपने हाथ में लेकर लात- जूते चलाए, वह छवि भी असहज करती है। फिर भीड़ के न्याय की आलोचना कैसे करेंगे।

    यह भी पढ़ें- गवर्मेंट हॉस्पिटल से मुंह फेरने वालों के लिए कैमूर के डीएम बने मिसाल, सदर अस्पताल में अपनी पत्नी की कराई डिलीवरी

    यह भी पढ़ें- BJP का लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा कदम, बिहार के 50 लाख श्रद्धालुओं को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद घुमाएगी अयोध्या