Bihar Politics: 'मैं बागी हो गईं हूं...', RJD पर फूटा रितु जायसवाल का गुस्सा; बोलीं- 11 नवंबर को बजेगी सीटी
रितु जायसवाल ने राजद पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे अब बागी हो गई हैं और 11 नवंबर को सीटी बजेगी। उनके इस कदम से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और पार्टी के भीतर असंतोष की भावना उजागर हुई है।

रितु जायसवाल, लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव।
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले फेज की वोटिंग 6 नवंबर को होगी। वोटिंग से पहले तमाम पार्टियों ने बागियों पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राजद ने 27 अक्टूबर को 27 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इनमें एक मुख्य नाम रितु जायसवाल का भी है। रितु जायसवाल परिहार सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।
बता दें कि परिहार विधानसभा सीट से राजद ने इस बार पूर्व मंत्री रामचंद्र पूर्वे की बहू डॉ. स्मिता पूर्वे को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है।
रितु जायसवाल ने लिखा पोस्ट
पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किए जाने पर रितु जायसवाल ने एक्स पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा है। उन्होंने लिखा, कल पार्टी ने परिहार से मुझे, गोविंदपुर से मो. कामरान जी को, चिरैया से अच्छेलाल यादव जी को और कई अन्य जमीनी कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए बाहर कर दिया। कारण बताया गया - पार्टी समर्थित उम्मीदवार के विरोध में निर्दलीय खड़ा होना या किसी अन्य को समर्थन देना।
जायसवाल ने आगे लिखा, चलिए मान लेते हैं कि मैं बागी हो गईं हूं, लेकिन मो. कामरान जी का टिकट क्यों काटा गया? एक शांत स्वभाव के व्यक्ति, जो विधायक होते हुए भी पार्टी के कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और तल्लीनता से निभा रहे थे, उनका अपराध क्या था?
पूर्व राजद नेत्री ने आगे लिखा, 2020 में जब रामचंद्र पूर्वे जी ने एमएलसी रहते हुए परिहार में पार्टी विरोधी काम किया था, तब पार्टी का अनुशासन कहां था? अगर तब उन्हें 6 साल के लिए बाहर किया गया होता, तो क्या 2025 में अपने परिवार के किसी सदस्य को टिकट दिला पाते? स्पष्ट है कि पार्टी में दो मापदंड हैं - एक परिवार के लिए, दूसरा कार्यकर्ताओं के लिए।
रितु ने लिखा- मैंने पहले भी कहा है, अगर परिहार से किसी अन्य जमीनी कार्यकर्ता को टिकट मिला होता, तो मैं उसका समर्थन पूरे मन से करती। जो कार्यकर्ता लगातार जनता के बीच खड़ा रहे, उसे टिकट न मिले, और जो परिवार गणेश परिक्रमा करे, उसे इनाम में टिकट दे दिया जाए - यह दोहरा मापदंड परिहार की जनता को स्वीकार नहीं है, और इसकी गूंज 11 नवंबर को सीटी बजाकर पूरे बिहार को सुनाई जाएगी!
गौरतलब है कि बिहार में 2 चरणों में वोटिंग होगी और 14 नवंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी।
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