Bihar: 'अपराधी कट्टा दिखाएंगे तो पुलिस भी गोली से देगी जवाब', ADG कुंदन कृष्णन का क्लियर मैसेज
बिहार पुलिस पर होली के दौरान हुए हमलों के बाद एक्शन मोड में आ गई है। एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि पुलिस ने संयम से काम लिया लेकिन अब अपराधियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा। पुलिस पर हमला करने वालों का हश्र जनता देखेगी। पुलिस के पास जितनी गोलियां हैं उतनी गोली जनता या अपराधियों के पास नहीं है।

राज्य ब्यूरो, पटना। होली के दौरान पुलिस पर हुए हमले के बाद सवालों में घिरी बिहार पुलिस अपराधियों को उनकी ही भाषा में जवाब देगी। पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कुंदन कृष्णन ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि होली और रमजान जैसे पर्व-त्योहार के कारण पुलिस ने संयम से काम लिया है।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द्र हमारी पहली प्राथमिकता है, लेकिन यदि अपराधी पलटकर कट्टा दिखाएंगे तो पुलिस भी गोली से जवाब देगी। पुलिस पर हमला करने वालों का हश्र जनता देखगी। पुलिस के पास जितनी गोलियां हैं, उतनी गोली जनता या अपराधियों के पास नहीं है।
बिहार में पुलिस पर इतने हमले क्यों हो रहे, इस सवाल पर एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि अधिक हमले हो रहे हैं। होली पर 14 और 15 मार्च को डायल-112 पर 67 हजार से अधिक कॉल रिसीव की गई। इसमें पुलिस की टीम 13 हजार 150 जगहों पर गई इनमें से 10-12 जगहों पर पुलिस टीम पर हमला हुआ है।
इस दौरान पुलिस का रिस्पांस टाइम साढ़े 14 मिनट के आसपास रहा। उन्होंने कहा कि होली के दौरान दो दिन में 44-45 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। जगह-जगह हुड़दंगी का आलम है, यह कैसा सामाजिक परिवेश है। पुलिस जब कार्रवाई करती है, तो बर्बर कहा जाता है।
शादी का माहौल, इसलिए नहीं चलाई गोली:
एडीजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि अररिया में पुलिस पर हमले का मामला होली से जुड़ा नहीं है। वहां पुलिस अपराधी को पकड़ने गई थी। धक्का-मुक्की में गिरने से एएसआई की मौत हुई। वहां शादी का माहौल था, इसलिए पुलिस ने गोली नहीं चलाई। मुंगेर में एएसआई ने दिन में भी जाकर लोगों को समझाया था। इसके बाद दोबारा हंगामे की सूचना पर पुलिसकर्मी गए थे। इसी दौरान लाठी से हमले में एएसआइ की जान चली गई।
उस समय पुलिस के पास एके-47 भी थी मगर पर्व-त्योहार और संयम को देखते हुए गोली नहीं चलाई गई। पटना के मनेर में भी नशे में असामाजिक तत्वों ने पुलिस से धक्का-मुक्की की जिसमें दारोगा घायल हैं। इन मामलों में कई गिरफ्तारी हुई है। छापेमारी के डर से गांव खोली हो गए हैं।
एडीजी ने कहा कि पुलिस पर हमला करने वाले सभी वांछितों को एक सप्ताह में गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाई जाएगी।
डायल-112 की होगी समीक्षा, बढ़ाया जाएगा पुलिस बल:
कुंदन कृष्णन ने माना कि डायल-112 वाहनों पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनता की शिकायत पर सबसे पहले डायल-112 की टीम ही घटनास्थल पर समाधान के लिए पहुंचती है। ऐसे में डायल-112 की भी समीक्षा की जाएगी और पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि अभी ईद और रामनवमी जैसे त्योहार आ रहे हैं, इस दौरान भी पुलिस पूरी सतर्कता और संयम से काम लेगी। डीजे और रात दस बजे के बाद लाउडस्पीकर बजाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। रामनवमी में नर्तकियों को नचाने वालों पर भी एक्शन लिया जाएगा।
होली पर 12 जगह पुलिस पर हमले, 11 जगह सामुदायिक तनाव:
- एडीजी विधि-व्यवस्था पंकज दराद ने बताया कि होली पर दो समुदायों के बीच विवाद के 11 मामले सामने आए। यह सामान्य विवाद थे जिनमें 14 लोग घायल हुए हैं। इसमें 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- वहीं, पटना और जहानाबाद में जातीय हिंसा के दो मामले हुए जिनमें 26 घायल हुए और तीन को हिरासत में लिया गया है। सभी मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो से चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
- वहीं, पुलिस पर हमले की 12 घटनाएं हुई हैं, जिनमें दो एएसआई शहीद हुए, जबकि 27 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। वीडियो-फोटो के आधार पर छह से आठ गिरफ्तारी हुई है। किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।
- एडीजी पंकज दराद ने भी कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों पर पहले हवाई हमला किया जाता है, अगर हमला जानलेवा है, तो पुलिस गोली चला सकती है।
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