Patna के जेठुली गोलीकांड पर मंत्री समीर महासेठ के बिगड़े बोल, कहा- महंगाई और बेरोजगारी के कारण हुई हत्याएं
पटना के जेठुली में पिछले दो दिनों के दौरान फायरिंग आगजनी और पथराव की घटना से इलाके में माहौल तनावपूर्ण है। उग्र भीड़ के सामने पुलिस भी बेबस नजर आ रही है। वहीं बिहार सरकार में मंत्री समीर महासेठ ने इस को हिंसा को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है।

पटना, जागरण डिजिटल डेस्क। पटना के नदी थानी क्षेत्र के जेठुली में गोलीकांड की घटना ने नीतीश कुमार की सुशासन वाली सरकार पर सवाल खड़ा कर दिया है। नदी थाना क्षेत्र के जेठुली में हुई हिंसा में अबतक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले दो दिनों के दौरान फायरिंग, आगजनी और पथराव की घटना से इलाके में माहौल तनावपूर्ण है। हालांकि, नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री समीर महासेठ आपसी वर्चस्व को लेकर हुई इस को हिंसा की वजह महंगाई और बेरोजगारी को मानते हैं।
बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ का यह अजीबोगरीब बयान सामने आया है। उन्होंने जेठुली में हिंसा को लेकर कहा कि लोगों में आक्रोश है। सरकार की तरफ से रोजी-रोजगार देने की नीति है। अगर केंद्र की तरफ से बिहार में दो करोड़ रोजगार दिया जाता, तो ये नहीं होता। बेरोजगारी के कारण लोग आक्रोशित हैं। समीर महासेठ ने आगे कहा कि सभी का इनकम घट रहा है। महंगाई बढ़ रही है, जिसके कारण अपराध हो रहे हैं।
पूर्णिया में 25 फरवरी को आयोजित महागठबंधन की रैली की सफलता को लेकर बीते सोमवार को भागलपुर जाने के दौरान समीरे महासेठ खगड़िया राजद के जिला अध्यक्ष कुमार रंजन पप्पू के आवास पर कुछ देर के लिए रुके।यहां उन्होंने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से रैली को सफल बनाने का आह्वान किया। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों के द्वारा पटना के जेठुली में बीते दिनों घटी हिंसा की घटना के संदर्भ में पूछे जाने पर ये बातें कहीं।
अपराधियों को छोड़ना पड़ेगा बिहार- मंत्री समीर महासेठ
आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर महासेठ ने कहा कि जो दोषी होंगे उन्हें 24 घंटे के भीतर दबोच लिया जाएगा। सबकी गिरफ्तारी होगी, नहीं तो बिहार छोड़ना पड़ेगा। मंत्री ने कहा कि डीजीपी आर एस भट्टी के नेतृत्व में कानून अपना शिकंजा इस तरह कसेगा कि गलत करने वाले भविष्य में गलती नहीं करेंगे।
केंद्र को जिम्मेदार ठहराकर मंत्री ने पल्ला झाड़ा
एक तरह से देखा जाए तो यह कहना गलत नहीं होगा कि बिहार के उद्योग मंत्री ने राज्य सरकार के सिर से नाकामी का बोझ यह कहकर उतारने की कोशिश की है कि केंद्र की तरफ से महंगाई और रोजगारी बढ़ी रही है, इसलिए अपराध भी हो रहे हैं।
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