नीतीश सरकार की एक और उपलब्धि; पांच करोड़ डिजिटल टोकन जेनरेट कर बिहार बना देश में अव्वल
बिहार आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) आधारित स्कैन एंड शेयर सेवा के माध्यम से ओपीडी पंजीकरण में देश में पहले स्थान पर आ गया है। अब तक पांच करोड़ से ...और पढ़ें

एक्स पर किया गया स्वास्थ्य विभाग का पोस्ट।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Health Services: आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) आधारित स्कैन एंड शेयर सेवा के माध्यम से ओपीडी पंजीकरण में बिहार, देश में पहले स्थान आया है।
अब तक स्कैन एंड शेयर सेवा के माध्यम से पांच करोड़ से अधिक डिजिटल ओपीडी टोकन बनाए जा चुके हैं। बिहार सरकार की यह पहल डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को हर नागरिक तक पहुंचाने के संकल्प को दर्शाती है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
ओपीडी पंजीकरण की प्रक्रिया हुई तेज
मंत्री पांडेय ने कहा कि क्यूआर कोड स्कैन एंड शेयर सुविधा ने मरीजों के लिए ओपीडी पंजीकरण की प्रक्रिया को तेज, सरल और पारदर्शी बना दिया है।
अब मरीजों को ओपीडी पर्चा बनवाने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहने की आवश्यकता नहीं है। केवल गेट या ओपीडी क्षेत्र में प्रदर्शित क्यूआर कोड को स्कैन करके मरीज एक टोकन नंबर प्राप्त कर सकते हैं। इस टोकन नंबर के माध्यम से पंजीकरण प्रक्रिया सुगमता से पूरी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि योजना का उद्देश्य मरीजों को डिजिटल तकनीक से जोड़कर स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाना है। इस सेवा की मदद से मरीज अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं।
इससे बार-बार दस्तावेज ले जाने की आवश्यकता समाप्त हो गई है। यह सुविधा न केवल मरीजों के लिए, बल्कि चिकित्सकों के लिए भी फायदेमंद है।

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