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    अस्‍पतालों से लौटना होगा आसान; एंबुलेंस से मरीजों की घर वापसी, क‍िन्‍हें मिलेगी यह सुव‍िधा? जानिए

    By Sunil Raj Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:59 PM (IST)

    बिहार में सरकारी अस्पतालों से बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी कराने वाले मरीजों को अब ऑपरेशन के बाद घर लौटने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा मिलेगी। राज्य स्व ...और पढ़ें

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    बंध्‍याकरण और नसबंदी के बाद एंबुलेंस से घर वापसी। सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Health Services: सरकारी अस्पतालों में बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी कराने वाले मरीजों को अब ऑपरेशन के बाद घर लौटने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।

    इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य समिति ने स्पष्ट किया है कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है, ताकि आपरेशन के बाद मरीजों को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। 

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    नवजात श‍िशुओं के लिए भी सुविधा 

    स्वास्थ्य समिति के विशेष कार्य पदाधिकारी प्रिय रंजन राजू ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को भेजे पत्र में कहा है कि राज्य में सरकारी अस्पतालों तक मरीजों को लाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवा पहले से ही नि:शुल्क उपलब्ध है।

    इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए घर से स्वास्थ्य संस्थान तक, प्रसव के बाद घर वापसी और जटिलता की स्थिति में एक स्वास्थ्य संस्थान से दूसरे उच्चतर संस्थान तक भी नि:शुल्क एंबुलेंस सुविधा दी जा रही है।

    इसी प्रकार एक वर्ष तक के बीमार नवजात शिशुओं के उपचार के लिए घर से अस्पताल, इलाज के बाद घर वापसी तथा जटिल मामलों में रेफरल की स्थिति में भी 102 एंबुलेंस सेवा नि:शुल्क है। 

    अनिवार्य रूप से म‍िलेगी एंबुलेंस 

    अब इसी क्रम में राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में होने वाले बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के बाद मरीजों को घर वापस पहुंचाने के लिए भी 102 एंबुलेंस सेवा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।

    स्वास्थ्य समिति ने सिविल सर्जनों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि इस सुविधा की जानकारी संबंधित मरीजों को समय पर दी जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।

    विभाग का मानना है कि इस पहल से परिवार नियोजन कार्यक्रमों में सहभागिता बढ़ेगी और लोगों का भरोसा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर और मजबूत होगा।