PM Kusum Yojana: किसानों की बल्ले-बल्ले, अब इस डेट तक कर सकते हैं PM कुसुम योजना के लिए आवेदन
PM कुसुम योजना का लाभ लेने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। किसानों और कंपनियों के आग्रह पर सौर प्लांट के लिए आवेदन की तिथि 8 जनवरी तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही वाट्सएप नंबर 7320924004 भी जारी किया गया है। किसान इस योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी इस नंबर पर ले सकते हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना का लाभ लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। इस योजना के तहत बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा 1121 विद्युत उपकेंद्रों से जुड़े कुल 3681 कृषि/मिश्रित फीडरों के सोलराइजेशन के लिए जारी की गई निविदा भरने की अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है।
अब इसके लिए आठ जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं। निविदा की तारीख किसानों एवं कंपनियों के अनुरोध पर बढ़ाई गई है। साथ ही इससे जुड़ी जानकारी के लिए वाट्सएप नंबर 7320924004 भी जारी किया गया है।
किसानों के आग्रह पर बढ़ाई गई डेट
बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड के प्रवक्ता ने बताया कि किसानों के विशेष आग्रह पर निविदा की तिथि बढ़ाई गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान और कंपनियां इसमें भाग ले सकें।
उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य किसानों की आमदनी में वृद्धि करना और कृषि कार्यों में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।
सफल निवेदक को 12 महीने के अंदर सोलर प्लांट का निर्माण कर उसे 11 केवी लाइन द्वारा विद्युत उपकेंद्र से जोड़ना होगा। राज्य की दोनों वितरण कंपनियां, साउथ और नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, 25 वर्षों के लिए इस प्लांट से बिजली खरीदने का इकरारनामा करेंगी।
इस निविदा में कोई कंपनी अकेले या अधिकतम तीन सदस्यों के संघ के रूप में भाग ले सकती है।
क्या है पीएम कुसुम योजना?
मार्च 2019 में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम) योजना शुरू की गई। इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती के लिए सौर सिंचाई पंप स्थापित करना है।
- इस योजना के तहत सौर सिंचाई स्थापित पंपों की कुल लागत पर सरकार 60 प्रतिशत सब्सिडी देती है।
- इसके साथ ही लागत का 30 फीसदी लोन के रूप में देगी। किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए लागत का केवल 10 फीसदी ही देना होगा।
- पीएम कुसुम योजना के तहत किसान बिजली पैदा करके बेंच भी सकते हैं और उससे मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल दूसरे कार्यों में कर सकते हैं।
प्रदूषण और डीजल पर निर्भरता कम करना उद्देश्य
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों की सिंचाई के लिए डीजल की निर्भरता को कम करना है। इसके साथ ही सौर पंपों के माध्यम से प्रदूषण को कम करते हुए सिचाई के साधन उपलब्ध कराना है। इससे किसानों की लागत कम होगी साथ ही वे बिजली बेचकर अपनी आय भी बढ़ा सकेंगे।
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