Bihar Voter Turnout 2025: बंपर वोटिंग में प्रवासी मतदाताओं की बड़ी भूमिका, काम कर गई रेलवे की स्कीम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रिकॉर्ड मतदान हुआ, जिसमें प्रवासी मतदाताओं का बड़ा योगदान रहा। रेलवे ने विशेष ट्रेनों द्वारा तीन करोड़ से अधिक यात्रियों को सुविधा दी। टिकटों में छूट और परिवहन निगम की रियायती दरों ने भी मतदाताओं को आकर्षित किया। चुनाव आयोग की जागरूकता और राजनीतिक दलों के अभियानों ने भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मदद की।

बंपर वोटिंग में प्रवासी मतदाताओं की बड़ी भूमिका, काम कर गई रेलवे की स्कीम
रमण शुक्ला, पटना। विधानसभा चुनाव-2025 (Bihar Election 2025) में देश की आजादी के उपरांत रिकॉर्ड 64.69 प्रतिशत वोटिंग के पीछे प्रवासी मतदाताओं की बड़ी भूमिका रही। रेलवे का दावा इसके पीछे बड़ा आधार है। रेलवे ने 13 हजार से अधिक ट्रेन से तीन करोड़ से अधिक लोगों के लिए बिहार आने एवं लौटने के लिए विशेष प्रबंध किया।
यही नहीं, आने एवं जाने के यात्रा टिकट में 20 प्रतिशत छूट की अहम भूमिका राजनीतिक जानकार बता रहे हैं। इसके साथ ही बिहार राज्य परिवहन निगम की बसें भी किराया में 20 से 30 प्रतिशत की छूट के साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा एवं अन्य राज्यों के चलाई गई।
सरकार ने मतदान को ध्यान में रखते हुए बसों में 20 सितंबर से 30 नवंबर यानि दशहरा, दीपावली एवं छठ जैसे प्रमुख त्यौहारों के साथ ही शादी जैसे अवसर को देखते हुए रियायती दर टिकट ऑनलाइन उपलब्ध कराने का प्रविधान किया गया। रेलवे एवं परिवहन विभाग की ओर से इसके लिए विशेष प्रचार-प्रसार का भी प्रबंध किया।
उल्लेखनीय है कि बिहार की जाति आधारित गणना 2022-23 के अनुसार, लगभग 60 लाख लोग राज्य से बाहर अस्थायी रूप रहते हैं। हालांकि, अपुष्ट रिपोर्टों में यह संख्या एक से तीन करोड़ के बीच बताई जा रही है।
संयोग से, चुनाव आयोग के अनुसार, प्रारूप मतदाता सूची में 21.53 लाख पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ा गया था। ऐसे में यह निश्चित है कि उनमें से शायद ही कोई प्रवासी होंगे। उधर, 69 लाख 30 हजार मतदाताओं के नाम हटने से भी मतदाता सूची की शुद्धता बढ़ी। इसके साथ ही सात लाख से अधिक मतदाता दोहरी प्रविष्टी के कारण बाहर हुए थे।
रेल टिकट 20 प्रतिशत की छूट
सरकार की पहल पर रेलवे ने छठ पूजा के अवसर पर बिहार आने-जाने वालों के लिए राउंड ट्रिप टिकट पर 20 प्रतिशत की छूट देने की घोषणा की थी। यह छूट उन यात्रियों को मिलेगी जो 13 से 26 अक्टूबर के बीच बिहार आने एवं 17 नवंबर से पहली दिसंबर के बीच लौटने वाली यात्रा का टिकट एक साथ बुक किया।
हालांकि, यह सुविधा सभी ट्रेनों में नहीं दी गई। यह योजना उन यात्रियों के लिए थी जो एक ही ट्रेन और एक ही श्रेणी में आने-जाने दोनों का टिकट एक साथ बुक किया।
बिहार आने का 13 अक्टूबर से 26 अक्टूबर के बीच लिया। वापसी की यात्रा टिकट 17 नवंबर से पहली दिसंबर के बीच बनाया। वहीं, यह छूट वंदे भारत, राजधानी, दुरंतो जैसी चुनिंदा ट्रेनों में लागू नहीं किया गया।
एक पक्ष यह भी
चुनाव आयोग की ओर से मतदाता जागरूकता तो राजनीतिक दल प्रशांत किशोर की पदयात्रा, राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा एवं एनडीए की ओर से विधानसभावार कार्यकर्ता सम्मेलन जैसे अभियान की भी बड़ी भूमिका राजनीतिक जानकार गिना रहे हैं।

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