Gaya News: गया में BDO साहब घूस लेते गिरफ्तार, एक काम के लिए 70 हजार रुपये लेना पड़ा महंगा
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने गया जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए फतेहपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल कुमार रंजन को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय सदर गया के परिसर से की गई। निगरानी ब्यूरो में फतेहपुर के उप प्रमुख रंधीर कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि प्रखंड विकास पदाधिकारी फतेहपुर लगातार रिश्वत की मांग कर रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने गया जिले में बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फतेहपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल कुमार रंजन को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार बीडीओ से निगरानी की पूछताछ चल रही है। पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें निगरानी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
निगरानी ब्यूरो में फतेहपुर के उप प्रमुख रंधीर कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि प्रखंड विकास पदाधिकारी फतेहपुर षष्टम वित्त आयोग के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पंचायत समिति विकास योजना के अंतर्गत चयनित योजनाओं को ऑनलाइन करने के लिए लगातार रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
- निगरानी ब्यूरो में यह शिकायत 11 नवंबर को ही दर्ज कराई गई थी।
- शिकायत मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो ने पूरे मामले का सत्यापन कराया।
- जिसमें यह बात सामने आई कि फतेहपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी नीतीश द्वारा 70 हजार रुपये की रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया।
- आरोप सही पाए जाने के बाद निगरानी ब्यूरो ने डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में एक धावा दल बनाया।
- इस धावा दल ने आज कार्रवाई करते हुए अभियुक्त राहुल रंजन प्रखंड विकास पदाधिकारी 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
- उनकी यह गिरफ्तारी अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय सदर गया के परिसर से की गई।
गुरुआ में अवैध नर्सिंग होम संचालक गिरफ्तार
उधर, गया में गुरुआ थाना की पुलिस ने करीब डेढ़ वर्ष से फरार चल रहे अवैध नर्सिंग होम के संचालक को बुधवार को गुरुआ बाजार से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
थाना अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2023 के मई माह में गुरुआ सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी ने गुरुआ थाना क्षेत्र के 18 अवैध नर्सिंग होम और सात पैथोलैव संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
इस मामले में बच्चा अस्पताल संचालक असनी गांव का रामप्रवेश यादव फरार चल रहा था। जिसे गुरुआ बाजार से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
ज्ञात हो कि 18 अवैध नर्सिंग होम व सात अवैध पैथोलैव का संचालकों में कुछ को गुरुआ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि, बाद उन्हें जमानत मिल गई।
ऐसे मामलों के सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अवैध कारोबार करने वाले लोगों के बीच दहशत का माहौल है। पुलिस भी ऐसे तबकों पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रही है।
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